World Polio Day 2024: पोलियो संक्रमण स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का कारण रहा है। भारत से सटे पड़ोसी देश पाकिस्तान में इसके कुछ नए मामले सामने आए हैं। अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सिंध प्रांत में हाल ही में पोलियो के चार नए मामलों की पुष्टि हुई है, इसके साथ पाकिस्तान में इस साल पोलियो के कुल मामले बढ़कर 39 हो गए हैं। आसपास के शहरों को अलर्ट किया गया है। बता दें कि पोलियो उन्मूलन के वैश्विक प्रयासों के बावजूद, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पोलियो वायरस संक्रमण के मामले रिपोर्ट किए जाते रहे हैं।
अधिकारी बताते हैं कि पाकिस्तान के ग्रामीण क्षेत्रों में पोलियो के केस ज्यादा रिपोर्ट किए जाते रहे हैं। पिछले दस महीनों में पाकिस्तान में पोलियो वायरस के 20 मामले बलूचिस्तान से, 12 सिंध से, पांच खैबर पख्तूनख्वा से और एक-एक पंजाब और इस्लामाबाद से सामने आए हैं। पाकिस्तान में पोलियो के नए मामले सामने आने के बाद सभी लोगों को संक्रमण से बचाव को लेकर सावधानी बरतते रहने की सलाह दी गई है। गौरतलब है कि इस वायरस के तेजी से फैलने का खतरा रहता है। संक्रमितों में विकलांगता और कई प्रकार की शारीरिक जटिलताओं का जोखिम हो सकता है।
वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढीं | World Polio Day 2024
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, पाकिस्तान और अफगानिस्तान दुनिया के दो देश हैं जहां पोलियो स्थानिक बीमारी बनी हुई है। इससे पहले जुलाई-अगस्त 2022 में भी पाकिस्तान में पोलियों के मामले सामने आ चुके हैं। पोलियो के मामलों ने वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। दुनिया के अधिकतर देश जब इस वायरस से मुक्ति की तरफ आगे बढ़ रहे हैं, इसी बीच इस आउटब्रेक ने पोलियो उन्मूलन अभियानों को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
अशिक्षा और जागरूकता की कमी | World Polio Day 2024
पिछले कुछ वर्षों के डेटा देखें तो पता चलता है कि पाकिस्तान में पोलियो वायरस के मामले हर साल सामने आते रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि, बच्चों को पोलियो की खुराक न पिलवाने या पोलियो रोकथाम अभियानों के दौरान कई कारणों से बच्चों को खुराक के लिए सामने न लाने के कारण यह प्रकोप देखा जा रहा है। अशिक्षा और जागरूकता की कमी के कारण माता-पिता बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने से बचते हैं। ब्रिटिश अखबार की रिपोर्ट में पाकिस्तान के पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम से जुड़े अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान में पोलियो की खुराक पिलाने को लेकर अब भी अशिक्षा भारी पड़ रही है। यहां बच्चों की उंगली पर नकली निशान लगाकर बता दिया जाता है कि उनको खुराक मिल गई है। इस तरह से टीकाकरण में हुए चूक पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम द्वारा देश को पोलियो मुक्त बनाने की दिशा में बड़ी बाधा बन रही है।
भारत ने पा ली है पोलियो से मुक्ति | World Polio Day 2024
भारत ने अपने अथक प्रयासों और व्यापक वैक्सीनेशन कार्यक्रम के जरिए पोलियो से मुक्ति पा ली है। 13 जनवरी 2011 को पश्चिम बंगाल में संक्रमण का आखिरी केस रिपोर्ट किया गया था। इस रोग के प्रति प्रतिरक्षा को बढ़ाने के लिए भारत सरकार 5 साल से कम उम्र के बच्चों को पोलियो की ओरल वैक्सीन मुफ्त देती है। 1970-90 के दशक में भारत में पोलिया का भयंकर प्रकोप रहा। 90 के दशक में भारत में पोलियो के मामले दुनिया के कुल केसों के 60% से अधिक था। हालांकि देश में 2 अक्तूबर 1994 को पल्स पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने के बाद इसमें काफी तेजी से सुधार आया।
पोलियोमाइलाइटिस वायरस के कारण होता है पोलियो | World Polio Day 2024
पोलियो रोग, पोलियोमाइलाइटिस नामक वायरस के कारण होता है। यह वायरस संक्रमितों के गले और आंतों में पाया जाता है। संक्रमित व्यक्ति के मल के संपर्क में आने के कारण इसके संक्रमण का खतरा सबसे अधिक होता है, छींक या खांसी से निकलने वाली बूंदों से भी यह दूसरे व्यक्ति में संक्रमण का कारण बन सकता है। इसके लगभग 70 फीसदी मामले एसिम्टोमैटिक या हल्के लक्षणों वाले होते हैं। पोलियो वायरस के संक्रमण की गंभीर स्थितियों में इसका असर रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क पर भी हो सकता है, जिसके कारण संक्रमितों में लकवा होने का जोखिम रहता है।