देशभर में गर्मी का पारा चढ़ चुका है। देश के कुछ हिस्सों में लू चलने और हीट वेव का अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। हीट वेव की वजह से लोगों को धूप और गर्मी के गम्भीर साइड-इफेक्ट्स का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि गर्मियों में हीट स्ट्रोक के कारण डिहाइड्रेशन, चक्कर खाकर बेहोश होने और कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, बढ़ते तापमान की वजह से इन समस्याओं के साथ ऑर्गन डैमेज का खतरा भी बढ़ सकता है। गर्मियों में शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान हो सकता है जिससे उनके खराब होने का खतरा भी बढ़ जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, बहुत अधिक गर्मी या हाई टेम्परेचर के सम्पर्क में आने से लोगों को मेमोरी से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।
किडनी हो सकती है डैमेज
जो लोग हीट स्ट्रोक की चपेट में आते हैं उनमें डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। शरीर में पानी की कमी के कारण किडनी फंक्शनिंग में समस्या आ सकती है। जैसा कि किडनी का मुख्य काम शरीर में जमा टॉक्सिंस को साफ करना है जो डिहाइड्रेशन के कारण मुश्किल हो सकता है। शरीर से ये गंदगी बाहर ना निकाल पाने के कारण किडनी डैमेज का खतरा बढ़ सकता है।
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ब्रेन को कैसे नुकसान पहुंचाती है गर्मी
वैज्ञानिकों के अनुसार, बहुत अधिक गर्मी के कारण कॉग्निटिव हेल्थ बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। इससे लोगों को मतिभ्रम और मेमोरी लॉस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ स्टडीज के अनुसार, गर्मी में मेंटल हेल्थ से जुड़ी प्रॉब्लम्स बढ़ सकती हैं।
हार्ट हेल्थ पर गर्मी का बुरा असर
हीटस्ट्रोक के कारण हार्ट पर बहुत अधिक प्रेशर पड़ सकता है। इससे हार्ट को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है। अगर आपका हार्ट हेल्थ शरीर के तापमान के साथ तालमेल नहीं बिठा नहीं पाता तो इससे हार्ट को नुकसान होता है। इससे शरीर में रक्त की सप्लाई भी प्रभावित होती है जिससे बहुत अधिक थकान जैसी समस्या महसूस हो सकती है।