Air Pollution Problem: इन दिनों वायु प्रदूषण के कारण राजधानी दिल्ली गैस चैंबर में बदल गई है। पिछले कई दिनों से एक्यूआई लगातार खराब और बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ है। इसी के मद्देनज़र, स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को निरंतर बचाव के लिए उपाय करते रहने की सलाह दे रहे हैं। वायु प्रदूषण के लगातार संपर्क में रहने के कारण कई तरह की अल्पकालिक और दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा हो सकता है। हालिया जानकारियों के मुताबिक अस्पताल में सांस की समस्या वाले मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है।
कहा जा रहा है कि वायु प्रदूषण के संपर्क में रहना आपके लिए गंभीर और जानलेवा समस्याओं का कारण बन सकता है। इससे ब्रेन स्ट्रोक होने का जोखिम बढ़ जाता है। आंकड़े बताते हैं कि स्ट्रोक से होने वाली पांच में से एक मौत के लिए वायु प्रदूषण प्रमुख कारक हो सकता है। विभिन्न अध्ययनों में 30-80% स्ट्रोक के लिए वायु प्रदूषण को जिम्मेदार माना जाता रहा है। आइए जानते हैं कि प्रदूषण किस प्रकार से इस खतरे को बढ़ाने वाला हो सकता है?
सबराचनोइड हेमरेज स्ट्रोक के मामले बढ़ने के आसार | Air Pollution Problem
एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने बताया कि वायु प्रदूषण के संपर्क में रहना सेहत के लिए उसी तरह से खतरनाक है जैसे धूम्रपान की आदत। शोधकर्ताओं ने इसे सबराचनोइड हेमरेज स्ट्रोक का बढ़ाने वाला पाया है। मस्तिष्क और इसे ढकने वाले ऊतकों के बीच मौजूद रक्त वाहिकाओं के टूटने के कारण होने वाला ये स्ट्रोक जानलेवा हो सकता है। द लैंसेट न्यूरोलॉजी जर्नल में प्रकाशित वैश्विक अध्ययन में पाया गया है कि साल 2021 में सबराचनोइड हेमरेज के कारण होने वाली लगभग 14% मृत्यु और विकलांगता के लिए पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) वायु प्रदूषण जिम्मेदार था। हर साल ये जोखिम बढ़ता ही जा रहा है।

ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे मरीज़ भी हो जाएं सतर्क | Air Pollution Problem
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, राजधानी दिल्ली में जिस तरह से वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है और दिवाली के बाद इसके और भी बढ़ने की आशंका है, इसे देखते हुए सभी लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। हार्ट अटैक और स्ट्रोक दोनों को हर साल दुनियाभर में होने वाली मौतों के लिए बड़ा कारण माना जाता रहा है। जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है, उनके लिए खतरा और भी अधिक हो सकता है। प्रदूषित हवा में मौजूद कई प्रकार के हानिकारक तत्व स्ट्रोक के जोखिम कारकों को ट्रिगर कर सकते हैं जिससे आप इस जानलेवा समस्या का शिकार हो सकते हैं।
क्यों इतना खतरनाक है वायु प्रदूषण? | Air Pollution Problem
वैज्ञानिकों ने बताया कि वायु प्रदूषण में पाया जाने वाला O3 मस्तिष्क की रक्त वाहिकाओं में असामान्य जमाव को बढ़ावा दे सकता है, जिससे रक्तस्राव की घटनाएं बढ़ जाती हैं। यह भी देखा गया है कि बढ़ा हुआ पीएम 2.5 फेफड़ों से होकर रक्त में फैलता है जिससे मस्तिष्क की धमनियां पतली हो जाती हैं, इससे रक्तचाप में वृद्धि होती है और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ जाता है। इसके अलावा वायु प्रदूषण के कारण ब्लड प्रेशर की समस्या भी बढ़ जाती है जिसे स्ट्रोक के लिए जिम्मेदार माना जाता रहा है।

प्रदूषण से बचाव करना बेहद जरूरी | Air Pollution Problem
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है उन्हें प्रदूषित वातावरण से सबसे ज्यादा नुकसान होता है। यूएस स्थित ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी में मेडिकल सेंटर के शोधकर्ता और प्रोफेसर डॉ. लोरेन वोल्ड कहते हैं, वायु प्रदूषण में मौजूद पीएम 2.5 के कण रक्त वाहिकाओं की परत से होकर संचार प्रणाली में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे धमनियां कठोर होने लगती हैं। यही कारण है कि इससे रक्तचाप बढ़ जाता है। जिन लोगों को पहले से हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत रही है उनमें ये समस्या स्ट्रोक और हार्ट अटैक के खतरे को भी बढ़ाने वाली मानी जाती है। प्रदूषण से बचाव करना और रक्तचाप को कंट्रोल रखना दोनों आपके लिए बहुत जरूरी है।
