Monkeypox Virus: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स (Mpox) को ग्लोबल इमरजेंसी घोषित किया है। अमेरिका और यूरोप में इसके कई मामले सामने आ चुके हैं। बता दें कि मंकीपॉक्स, वायरस से फैलने वाली बीमारी है, जो एमपॉक्स वायरस के जरिए जानवरों से होते हुए इंसानों में फैलती है। हाल ही में विदेश से भारत लौटे एक शख्स में भी मंकीपॉक्स (Monkeypox Case in India) के लक्षण पाए जाने के बाद उसे अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
क्या हवा से फैलता है एमपॉक्स? (Does ampox spread through air?)
एमपॉक्स के वैश्विक प्रकोप के बीच यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की रिपोर्ट बताती है कि कोरोना वायरस (Covid 19) के अलग, एमपॉक्स वायरस (जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था) आसानी से हवा के जरिए नहीं फैलता है। एमपॉक्स, जो मंकीपॉक्स वायरस (ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस से संबंधित एक जूनोटिक वायरस) की वजह से होता है, मुख्य रूप से त्वचा से त्वचा के निकट संपर्क के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।

हालांकि, WHO के शोधकर्ताओं का कहना है कि अलग-अलग परिस्थितियों में प्रकोप के दौरान एमपॉक्स कैसे फैलता है, इस पर और अधिक शोध की आवश्यकता है। एमपॉक्स का मुख्य लक्षण त्वचा पर दाने हैं, जो मवाद से भरे घावों में बदल जाते हैं, जो दो से चार सप्ताह तक रह सकते हैं। बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, गले में खराश और खांसी, और लिम्फैडेनोपैथी (सूजे हुए लिम्फ नोड्स) शामिल हैं।
पीड़ित को तब तक माना जाता है संक्रामक
वहीं, एमपॉक्स से पीड़ित लोगों को तब तक संक्रामक माना जाता है, जब तक कि उनके सभी घावों पर पपड़ी न जम जाए, पपड़ी गिर न जाए और नीचे त्वचा की एक नई परत न बन जाए और आंखों और शरीर (मुंह, गले, आंखों, योनि और गुदा) पर सभी घाव भी ठीक न हो जाएं। एमपॉक्स के प्रकार के आधार पर त्वचा पर दाने अलग-अलग हो सकते हैं।
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कोरोना और मंकीपॉक्स में अंतर (Difference between Corona and Monkeypox)
कोरोना वायरस से बचने के लिए जिस तरीके से सावधानियां बरतने के लिए कही जा रही थीं, ठीक उसी तरह मंकीपॉक्स से भी बचने के लिए सरकार की तरफ से कई गाइडलाइन जारी किए गए हैं। दोनों बीमारी एक जैसे लोगों को कन्फ्यूजन हो सकता है, लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह दोनों अलग-अलग वायरस हैं।

इन दोनों बीमारी के वायरस एक-दूसरे काफी ज्यादा अलग हैं। कोरोना वायरस SARS-COV-2 के कारण होता है, जबकि मंकीपॉक्स का वायरस Poxviridae फैमिली का ऑर्थोपॉक्सवायरस है। Variola Virus भी इसी फैमिली का है, जिसमें चेचक होता है। SARS-COV-2 यह पूरी तरह से नया वायरस है, जो 2019 के आखिरी सालों से फैलना शुरू हुआ। वहीं, मंकीपॉक्स दशकों से हमारे बीच मौजूद है, लेकिन कभी इसके केस कम या कभी ज्यादा दिखते रहते हैं।
कोरोना और मंकीपॉक्स के लक्षणों में अंतर (Symptoms of Corona and Monkeypox)
शुरुआत में मंकीपॉक्स और कोरोना के लक्षण सामान्य दिख सकते हैं। हालांकि, यह दोनों एक-दूसरे से काफी अलग है। मंकीपॉक्स के लक्षणों में तेज बुखार, स्किन पर चकत्ते निकलना, चेहरे से शुरू होकर हाथ में फैलना, हथेलियों औऱ तलवों पर दिखना। सूजे हुए लिम्फ नोड और शरीर में गांठ पड़ना, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकावट होना, गले में खराश और बार-बार खांसी आना शामिल हैं।