गुस्सा भी एक कॉमन और हेल्दी इमोशन है, लेकिन अपने गुस्से को किस तरह डील किया जाए यह जानना जरूरी है. अगर आप अपने गुस्से को सकारात्मक तरीके से कंट्रोल ना करें तो ये आपकी सेहत को तो नुकसान पहुंचाता ही है, आपके रिलेशनशिप को भी काफी प्रभावित करता है।
माइंड के मुताबिक, हर इंसान अलग-अलग कारणों से गुस्सा महसूस कर सकता है. कुछ लोग बुरे हालात से गुजरने की वजह से गुस्सैल स्वभाव के हो जाते हैं तो कुछ लोग किसी पुरानी घटना या बचपन के अनुभवों की वजह से गुस्सा अनुभव करते हैं।
यह भी पाया गया है कि हो सकता है कि जिस बात पर आपको बहुत अधिक गुस्सा आए, किसी और को उसी बात पर बिल्कुल भी गुस्सा ना आए. ऐसे में हालात को दोष ना देकर अगर आप अपनी प्रतिक्रिया को सुधारने का अभ्यास करें तो आपको काफी फायदा मिल सकता है।
किन कारणों से आता है गुस्सा?
बचपन और परवरिश
- अगर आप उस परिवेश में पले हैं या बड़े हुए हैं, जहां किसी बात को समझने या मैनेज करने की बजाय चिल्लाना, वायलेंस करना और गुस्सा दिखाया जाता रहा है. यह आपके गुस्सैल होने की वजह हो सकता है।
- अगर आपको बचपन में अपना गुस्सा जाहिर करने नहीं दिया गया तो यह भी आपके अंदर गुस्सा भर देता है, जो बाद में आपकी आदत का हिस्सा बन जाता है।
- अगर आपने अपने माता-पिता या बड़ों को आपस में लड़ते-झगड़ते देखा है या उन्हें गुस्से में आउट ऑफ कंट्रोल होते देखा है तो यह भी आपके अंदर गुस्से की वजह हो सकता है।
- बचपन में अगर बच्चा शोषित किया गया है, उसके साथ अव्यवहार किया गया है, भेदभाव या अपमान किया गया है या किसी तरह का मेंटल ट्रॉमा से गुजरा है तो यह भी बड़े होकर गुस्से की वजह बनता है. खासतौर पर अगर उस समय वह अपने गुस्से का नहीं निकाल पाया हो।
शारीरिक और मानसिक सेहत
हमारे शरीर में हार्मोनल बदवाल गुस्से की बहुत बड़ी वजह होता है. खासतौर पर मेनोपॉज, पीरियड, शारीरिक कष्ट, मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम आदि गुस्से की वजह हो सकते हैं. यही नहीं, अगर आप सही तरीके से सो नहीं पा रहे, सही डाइट नहीं ले रहे, व्यायाम आदि नहीं कर रहे तो ये भी परेशानी की वजह बन सकता है।
गुस्से को किस तरह करें शांत
- बोलने से पहले एक बार सोचें कि आपके इस व्यवहार से फायदा होगा या नुकसान. यह भी सोचें कि आपके साथ कोई ऐसा बर्ताव करे तो आप क्या महसूस करेंगे।
- अगर आपको गुस्सा आ रहा है तो तुरंत कुछ ऐसा व्यायाम करें, जो आपको कंट्रोल करने में मदद करे. आप ब्रिक वॉक, रनिंग आदि करें।
- अगर आप किसी सिचुएशन को हैंडल नहीं कर पा रहे तो आप थोड़ा सा ब्रेक लें और कहीं खुली हवा मे सांस लेने चले आएं।
- लोगों को मांफ करना सीखें. अगर आप दूसरों के प्रति मन में गुस्सा दबाकर रखेंगे तो यह आपके खुद के व्यवहार को खराब करेगा और आप परेशान रहेंगे।
- खुद को रिलैक्स करने का तकनीक ढूंड लें. मसलन आप खुद से बात करें और बोलें कि सब ठीक है, रिलैक्स आदि।