एक अध्ययन में पाया गया है कि कोविड-19 से संक्रमित पुरुषों में महिलाओं की तुलना में हृदय गति और सांस लेने की दर में वृद्धि होने के साथ-साथ शरीर का तापमान भी अधिक रहता है। ये अध्ययन पहनने योग्य उपकरणों (वियरेबल डिवाइस) के आंकड़ों के आधार पर किया गया है। अध्ययन में यह भी पाया गया कि ठीक होने के दौरान भी पुरुषों की सांस लेने और हृदय गति महिलाओं की तुलना में काफी अधिक रहती थी।
महामारी के दौरान पुरुषों में मौतें अधिक क्यों?
यह अध्ययन ओपन-एक्सेस जर्नल PLOS ONE में प्रकाशित हुआ है। इसमें बताया गया है कि पुरुषों और महिलाओं में कोविड संक्रमण के प्रति शारीरिक प्रतिक्रियाएं अलग-अलग होती हैं। यही कारण हो सकता है कि महामारी के दौरान पुरुषों में मृत्यु दर अधिक थी।
स्विटजरलैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ बासेल के शोधकर्ताओं ने कहा कि कोविड संक्रमण के लिए लैंगिक-विशिष्ट जैविक प्रतिक्रियाएं पुरुष कोविड-19 रोगियों में देखी गई। जो उच्च मृत्यु दर और अस्पताल में भर्ती होने की दर से जुड़ी हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि इन शारीरिक परिवर्तनों में लैंगिक-विशिष्ट गतिविधियों को बेहतर ढंग से समझना कोविड-19 के शुरुआती पता लगाने और उपचार में मदद कर सकता है।
Also Read – अब नमक खाने से नहीं सताएगा बीपी का डर, रिसर्च से सामने आई नयी बात
अध्ययन में टीम ने एवा वियरेबल मेडिकल डिवाइस पहने 82 लोगों का डेटा लिया। अध्ययन अवधि के दौरान 2020 और 2021 में, 1.5 मिलियन घंटे से अधिक शारीरिक आंकड़े रिकॉर्ड किए गए और नए विश्लेषण में शामिल किए गए।
इसके अलावा टीम ने बीएमआई, आयु, हाई ब्लड प्रेशर और शराब और नशीली दवाओं के उपयोग का भी परीक्षण किया। जिसमें पाया कि इन चरों का संक्रमण के दौरान शरीर क्रिया विज्ञान के बीच संबंधों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। हालांकि वे महिला प्रतिभागियों में मासिक धर्म चक्र के दौरान होने वाले हार्मोनल परिवर्तनों का हिसाब नहीं दे सके। शोधकर्ताओं ने इन लैंगिक भेदों के जैविक आधार को पूरी तरह से समझने के लिए और अधिक शोध करने का आह्वान किया है।