स्वास्थ्य और बीमारियां

रोज Chilled Beer पीने से सेहत को होते हैं कई Side Effects, Expert ने बताया

शरीर को ठंडक प्रदान करने के लिए खासतौर से मिलेनियल्स से लेकर जेन ज़ी तक बीयर को पीने से परहेज़ नहीं करते हैं। गर्मी के मौसम में अपनी प्यास बुझाने के लिए दोस्तों के साथ ठंडी एजॉय करना उन्हें खूब पसंद आता है। मगर हेल्दी ड्रिंक के स्थान पर फर्मेंटिड पदार्थ अगर आप नियमित रूप से पी रहे हैं, तो उससे शरीर को कई प्रकार के नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है। जानते हैं बीयर किस प्रकार से स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होने के साथ नुकसानदायक भी साबित हो सकती है।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार बीयर स्टार्च और शुगर से तैयार होने वाला फर्मेटिड ड्रिंक है। इसमें पानी, जौ और खमीर जैसे कॉम्पोनेंटस पाए जाते हैं। ये अल्कोहलिक और नॉन अल्कोहलिक दोनों प्रकार की होती है। बीयर के पोषण की बात करें, तो इसमें मैग्नीशियम, पोटेशियम, सेलेनियम और विटामिन बी जैसी मिनरल्स की प्रचुर मात्रा पाई जाती है।

इसमें इस्तेमाल की जाने वाली हॉप्स से शरीर को एंटीऑक्सिडेंट की भी प्राप्ति होती हैं। विटामिन और मिनरल से भरपूर बीयर में आमतौर पर 4 से 6 फीसदी अल्कोहल की मात्रा होती है, जब कि कुछ पूरी तरह से नॉन अल्कोहलिक भी होती हैं।

क्या होता है जब आप रेगुलर बीयर पीती हैं

इस बारे में डायटीशियन डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि बीयर को मॉडरेट ढ़ग से पीना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। अगर आप इसे नियमित रूप से पीने लगेंगे, तो बीयर में मौजूद अल्कोहल की मात्रा कार्ब्स कंटेट को बढ़ाने लगता है, जिससे वेटगेन की समस्या का सामना करना पड़ता है। दरअसल, बीयर को लोग पथरी को दूर करने के लिए पीने लगते हैं, जो शरीर को फायदा पहुंचाती है। मगर वहीं रोज़ाना इसे पीना शरीर में कैलोरीज़ को बढ़ाता है शुगर का स्तर भी बढ़ने लगता है।

यकीनन बीयर के कुछ फायदे हैं

डिमेंशिया से बचाती है
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार लाइट टू मॉडरेट अल्कोहलिक बीयर का सेवन ब्रेन को डिमेंशिया के खतरे से बचाने में मदद करता है। इससे बार बार भूलने और एकाग्रता की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। साथ ही व्यक्ति एक्टिव बना रहता है।

किडनी स्टोन से निजात दिला सकती है
डॉ अदिति शर्मा के अनुसार बीयर का सेवन करने से किडनी स्टोन को रिमूव करने में मदद मिलती है। इसे पीने से किडनी का स्टोन धीरे धीरे रिमूव होने लगता है। दरअसल, बीयर ड्यूरेटिक पेय पदार्थ है और इसके सेवन के बाद बार बार यूरिन पास करना पड़ता है। बीयर को पीने से किडनी में मौजूद छोटे स्टोन बाहर निकालने लगते है। मगर 5 मिमी या उससे अधिक आकार वाले स्टोन्स को बाहर निकालना आसान नहीं हो पाता है।

बोन डेंसिटी बढ़ाती है
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार बीयर को मॉडरेट ढ़ग से पीने से शरीर की हड्डियां मज़बूत होती हैं। इससे पुरूषों और पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं में हडि!डयों में बढ़ने वाली कमज़ोरी कम होने लगती है।

एंटी एजिंग प्रॉपर्टीज़ से भरपूर
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा त्वचा को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से मुक्त रखती है। इसके त्वचा पर ग्लो बना रहता है और समय से पहले दिखने वाली झुर्रियों की समस्या को भी हल किया जा सकता है। साथ ही बीयर में एक्सफोलिएटिंग गुण भी पाए जाते हैं।

नियमित रूप से बीयर पीने के नुकसान

ब्लड शुगर बढ़ाती है
अल्कोहलिक बीयर का सेवन करने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है। शुगर स्पाइक होने से नींद में बाधा उत्पन्न होने लगती है। इसके अलावा भूख लगने की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। नेचर कम्यूनिकेशंस की रिपोर्ट के अनुसार अल्कोहलिक बीयर के सेवन से ब्रेन सेल्स एक्टीविट हो जाते हैं और उन्हें हंगर सिग्नल देते हैं। बार बार होने वाली क्रेविंग को शांत करने के लिए कार्ब्स का इनटेक बढ़ जाता है, जो शुगर स्पाइक का कारण साबित होता है।

वेटगेन का खतरा
चिल्ड बीयर का सेवन वेटगेन की समस्या का कारण सिद्ध होता है। जर्नल ऑफ अल्कोहल कंजप्शन एंड ओबेसिटी के अनुसार बेली फैट बढ़ने लगता है, जिसे अधिकतर लोग बीयर बैली के नाम से भी जानते हैं। इसमें कैलोरी अत्यधिक मात्रा शरीर के वज़न को बढ़ाने लगता है।

ये आपकी नींद खराब करती है
डॉ दीपक पताडे के अनुसार अल्कोहलिक बीयर शरीर में तनाव और चिंता का कारण भी बनने लगती है। इसके सेवन से नींद न आने की समस्या बढ़ जाती है, जिससे आंखों के नीचे पफीनेस और डार्क सर्कल्स की समस्या का सामना करना पड़ता है। एक्सपर्ट के अनुसार नींद में खलल पड़ने से कैंसर की समस्या का भी जोखिम बढ़ने लगता है।

बढ़ जाता है हृदय रोगों का खतरा
अत्यधिक मात्रा में अल्कोहलिक बीयर पीने से फैटी लीवर, अलकोहलिक हेपेटाइटिस और सिरोसिस का सामना करना पड़ता हैं। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ने लगता है।

ये आपको डिहाइड्रेट करती है
बीयर में अल्कोहल की मात्रा कई बार निर्जलीकरण की समस्या को भी बढ़ा देता है। अल्कोहल किडनी फंक्शन को डिस्टर्ब करता है, जिससे शरीर में इलेक्‍ट्रोलाइट इंबैलेंस का सामना करना पड़ता है। इससे पेट में दर्द, ब्लोटिंग और डायरिया का सामना करना पउत्रता है। इसके नियमित सेवन से बचें और मॉडरेट ढंग से पीएं।

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