भीषण गर्मी से जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में सतर्कता व जागरूकता ही बचाव के लिए जरूरी है। ज्यादा उचित है कि बचाव के उपायों को अपनाकर सुरक्षित रहा जाए। इस संबंध में डॉक्टर का कहना है कि लू यान हीट स्ट्रोक जिसे मेडिकल टर्म में हाइपरथर्मिया कहा जाता है। गर्मी के मौसम में होने वाली सबसे कॉमन बीमारियों में से ये एक है।
लंबे समय तक तेज धूप में रहने के कारण आप लू की चपेट में आ सकते हैं। हीट स्ट्रोक होने पर सिर में तेज दर्द, तेज बुखार, उल्टी, तेज सांस लेना, चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना या बेहोश हो जाना, यूरिन कम होना जैसे लक्षण आते हैं। इससे बचने के लिए कभी भी खाली पेट घर से बाहर न निकलें। हाइड्रेट रहें और जहां तक हो सके, खुद को ढक कर ही धूप में जाएं। कोशिश करें कि अति आवश्यक न हो तो दोपहर 11 बजे से 4 बजे तक घर पर रहें। बाहर निकलें तो सिर, कान व चेहरे को ढके रहें। किसी तरह की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
डायरिया से 67 ग्रामीण हुए बीमार
दूषित पानी के चलते उल्टी दस्त की समस्या भी गर्मी और बरसात में बढ़ जाती है। यह फैलता है तो डायरिया का रुप ले लेता है। हाल ही में सहसपुर लोहारा के कोयलारी गांव में उल्टी दस्त के 67 मरीज मिले। इनके बीमार होने का मुख्य कारण दूषित पानी रहा। कुएं में बैक्टीरिया की अधिकता के कारण पानी दूषित हो गया, जिसे ग्रामीण पीते रहे। उनको उल्टी दस्त होने लगी। ऐसे में किसी भी जल स्त्रोत के पानी को उबालकर ही पीना चाहिए।
फूड पॉइजनिंग
फूड पॉइजनिंग भी गर्मियों में होने वाली एक कॉमन समस्या है। यह दूषित भोजन या दूषित पानी के सेवन से होता है। इस मौसम में बैक्टीरिया, वायरस और फंगस तेजी से ग्रोथ करते हैं। ऐसे में शरीर के अंदर अगर किसी तरह का बैक्टीरिया, वायरस, टॉक्सिन आदि चला जाए तो फूड पॉइजनिंग हो सकता है। इसमें पेट दर्द, जी मिचलाना, दस्त, बुखार और शरीर में दर्द आदि होते हैं। तीन दिन पूर्व ही ग्राम दैहानडीह में इसी तरह का भोजन करने के बाद गांव के 47 लोग बीमार हो गए। गांव में कैम्प लगाकर उनका इलाज कराया गया। इसलिए खुले में बिक रहा खाना, ठंडा खाना, बासी खाना या दूषित खाना आदि से बचना बहुत जरूरी है।
टाइफाइड
टाइफाइड एक ऐसी बीमारी है जो दूषित पानी पीने से होती है। आमतौर पर जब संक्रमित बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करता है तब टाइफाइड की समस्या होती है। टायफाइड में तेज बुखार, भूख ना लगना, पेट में तेज दर्द होना, कमजोरी महसूस होना जैसे लक्षण नजर आते हैं। गर्मी के मौसम में टाइफाइड का खतरा ज्यादा रहता है। इससे बचने के लिए बाहर का दूषित खाना ना खाएं और साफ पानी पिएं। टाइफाइड से बचने के लिए वैक्सीन भी ले सकते हैं।