नवरात्रि के दौरान कई भक्त मां दुर्गा के लिए 9 दिन का उपवास रखते हैं, तो वहीं कुछ लोग अपनी आंत के स्वास्थ्य के लिए भी 9 दिनों तक व्रत रखते हैं। व्रत के समय आप क्या खा रहे हैं, इसका असर सीधा आपके स्वास्थ्य पर पड़ता है। व्रत के दौरान जो चीजें आप खुद को एनर्जी देने के लिए खा रहे हैं, हो सकता है वहीं फूड आपके सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है। न्यूट्रिशनिस्ट राशि चौधरी ने सोशल मीडिया पर ऐसे ही तीन फूड्स के बारे में बताया है, जिसका लोग व्रत के समय ज्यादा सेवन करते हैं और यह उनके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है, तो आइए जानते हैं क्या हैं वो फूड्स और उनके बेहतर विकल्प।
साबूदाना खिचड़ी
नावरात्रि के व्रत में साबूदाना सबसे ज्यादा खाए जाने वाला खाद्य पदार्थ है। साबूदाना में स्टार्च बहुत अधिक मात्रा में होता है, जो शरीर में आसानी से ग्लूकोज के रूप में बदल जाता है और शरीर में ब्लड शुगर का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है, जिससे आपमें एनर्जी की कमी आ सकती है और भूख लगने की समस्या तेज हो जाती है। साबूदाना में फाइबर की मात्रा कम, कैलोरी की मात्रा अधिक और प्रोटीन नहीं होता है। ऐसे में आप व्रत के दौरान अपने शरीर में ऊर्जा का स्रोत बनाए रखने के लिए साबूदाना खिचड़ी के स्थान पर सामक के चावल की खिचड़ी खा सकते हैं।
हर चीज में मूंगफली मिलाकर खाना
व्रत के दौरान लोग मूंगफली को स्नैक्स के तौर पर खाते हैं, लेकिन कई लोग ऐसे भी है जो व्रत के हर आहार में मूंगफली में वसा की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। मूंगफली ड्राईफ्रूट नहीं बल्कि फलियां हैं, अन्य फलियों की तरह, मूंगफली में फाइटिक एसिड ज्यादा होता है, जो शरीर के कुछ मिनरल्स को कम करने का काम कर सकता है। बड़ी मात्रा में मूंगफली का सेवन करने पर कुछ लोगों को पाचन संबंधी समस्या भी हो सकती है, क्योंकि इनमें फाइबर और वसा की मात्रा अधिक होती है। आप व्रत के दौरान मूंगफली के स्थान पर बादाम खा सकते हैं।
फल खाना
नवरात्रि के दौरान बहुत से लोग नाश्ते में या पूरे दिन सिर्फ फल खाना पसंद करते हैं। नवरात्रि के दौरान या सामान्य तौर पर भी केवल फल खाने से आपके शरीर में ब्लड शुगर के स्तर में तेजी से वृद्धि हो सकती है, जिससे आपको कुछ ही समय बाद भूख लग सकती है। व्रत के दौरान शरीर में बेहतर ब्लड शुगर नियंत्रण बनाए रखने के लिए फ्रूट्स को नट्स और सीड्स के साथ मिलाकर खाएं।