टाटा ग्रुप (Tata Group) के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का बुधवार (9 अक्टूबर) को 86 साल की उम्र में निधन हो गया। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थे। उन्हें उम्र संबंधी बीमारियां थीं। इसके अलावा उन्हें बीपी यानी ब्लड प्रेशर की समस्या भी थी। अक्सर हेल्थ चेकअप के लिए अस्पताल जाया करते थे। रतन टाटा (Ratan Tata) अपनी जिंदगी के आखिरी सालों में झुके हुए रहते थे।

बुढ़ापे में क्यों झुक जाता है शरीर?
मांसपेशियों और हड्डियों की कमजोरी
उम्र बढ़ने के साथ मांसपेशियों की ताकत कम होती जाती है, जिससे शरीर झुकने लगता है। बचपन के कई फैक्टर्स ढलती उम्र पर जोर डालते हैं। इसके अलावा उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों की घनत् भीव कम होती जाती है, जिससे शरीर झुकने लगता है।
ऑस्टियोपोरोसिस
बढ़ती उम्र के साथ बोन डेंसिटी यानी हड्डियों का घनत्व और उनकी मजबूती कम होने लगती हैं। यह एक बीमारी है, जिसे ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) कहा जाता है। आमतौर पर 35-40 की उम्र के बाद हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, जिसकी वजह से बुढ़ापे में शरीर झुकने लगता है।

स्पाइनल डिस्क और मोटापे की समस्या
उम्र बढ़ने के साथ स्पाइनल डिस्क कमजोर होती जाती है, जिससे शरीर झुकने लगता है। मोटापे की वजह से शरीर का वजन बढ़ता है, जिससे शरीर झुकने लगता है।
विटामिन डी की कमी
विटामिन डी की कमी के कारण हड्डियों की घनत्व कम होती जाती है, जिससे शरीर झुकने लगता है। आजकल ज्यादातर लोगों में विटामिन डी की कमी देखने को मिल रही है। बंद कमरों में रहने की वजह से धूप से संपर्क कम होने से इस विटामिन की कमी होती है।
लाइफस्टाइल और जेनेटिक प्रॉब्लम्स
अनहेल्दी लाइफस्टाइल, जैसे स्मोकिंग और शराब पीने की वजह से भी शरीर झुक सकता है। कुछ लोगों में अनुवांशिक कारणों से शरीर झुकने की समस्या हो सकती है। बुढ़ापे में हड्डियां ज्यादा कमजोर न हो, इसके लिए बचपन से ही बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत होती है।
गलत मुद्रा
लंबे समय तक गलत बैठने या खड़े होने की आदतें रीढ़ की हड्डी पर दबाव डालती हैं, जिससे उम्र के साथ कमर झुकने की संभावना बढ़ जाती है।
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मांसपेशियों की कमजोरी
उम्र के साथ मांसपेशियां कमजोर होती जाती हैं, जिससे शरीर का संतुलन बिगड़ता है और कमर झुक सकती है।