अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने हैरान कर देने वाली बात का खुलासा किया. उन्होने बताया है कि बाइपोलर विकार से ग्रस्त लोगों की धूम्रपान करने वालों की तुलना में जल्दी मृत्यु होने का खतरा होता है, भले ही उन्होंने धूम्रपान ना किया हो. बाइपोलर विकार एक गंभीर मानसिक बीमारी है जिसमें व्यक्ति उन्माद और अवसाद दोनों का अनुभव करता है.
शोधकर्ताओं ने “साइकियाट्री रिसर्च” नामक पत्रिका में प्रकाशित अपने अध्ययन में यह पाया कि बाइपोलर विकार से ग्रस्त लोगों की बिना इस बीमारी के लोगों की तुलना में चार से छह गुना ज्यादा जल्दी मृत्यु होने की संभावना है. वहीं, धूम्रपान करने वालों की मृत्यु बिना धूम्रपान करने वालों की तुलना में लगभग दोगुनी होती है, फिर चाहे उन्हें बाइपोलर विकार हो या नहीं.
शोधकर्ताओं का कहना है कि मृत्यु दर में इतना बड़ा अंतर और स्वास्थ्य और जीवनशैली में अंतर इस बात की ओर इशारा करते हैं कि जल्दी मौत को रोकने के लिए और प्रयास करने चाहिए.
अध्ययन के मुख्य लेखक अनास्तासिया योचम ने कहा, “बाइपोलर विकार को लंबे समय से मृत्यु के लिए एक जोखिम कारक माना जाता है, लेकिन हम इसे हमेशा अन्य सामान्य कारणों के नजरिए से देखते हैं. हम इसे अपने आप में धूम्रपान और जीवनशैली के व्यवहारों की तुलना में देखना चाहते थे जो समय से पहले मृत्यु दर से भी जुड़े हुए हैं.”
टीम ने 2006 में शुरू हुए अध्ययन में शामिल 1,128 लोगों के साथ और बिना बाइपोलर विकार के मौत और उससे जुड़े कारकों को देखकर शुरुआत की. उन्होंने पाया कि 2006 से अध्ययन शुरू होने के बाद से मृत्यु के 56 मामलों में से केवल 2 ऐसे थे जो अध्ययन में शामिल 847 लोगों में से नहीं थे जिन्हें बाइपोलर विकार था.
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शोधकर्ताओं ने तब यह देखने के लिए डेटा के एक अन्य स्रोत का रुख किया कि क्या उन्हें यही प्रभाव मिल सकता है. उन्होंने 18,000 से अधिक लोगों के गुमनाम रोगी रिकॉर्ड का विश्लेषण किया. इनमें, बाइपोलर विकार वाले लोगों की बिना बाइपोलर विकार के रिकॉर्ड वाले लोगों की तुलना में मृत्यु होने की संभावना चार गुना थी.
टीम ने 10,700 से अधिक लोगों के रिकॉर्ड का भी अध्ययन किया जिन्हें बाइपोलर विकार था और केवल 7,800 से अधिक लोगों का एक तुलना समूह था जिन्हें कोई मनोरोग संबंधी विकार नहीं था. इस समूह के लोगों में अध्ययन अवधि के दौरान मृत्यु होने की सबसे अधिक संभावना वाले कारकों में से एक उच्च रक्तचाप था. जिन्हें उच्च रक्तचाप था, उनकी सामान्य रक्तचाप वाले लोगों की तुलना में मृत्यु होने की संभावना पांच गुना थी, चाहे उन्हें बाइपोलर विकार हो या नहीं.
इस नमूने में धूम्रपान करने वालों की मृत्यु कभी धूम्रपान न करने वालों की तुलना में दोगुनी थी, और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों की मृत्यु की संभावना तीन गुना थी, दोनों ही बाइपोलर स्थिति की परवाह किए बिना. अध्ययन के सह-लेखक डॉ. माइकल मैकइनिस ने कहा, “हमें आश्चर्य हुआ कि दोनों नमूनों में हमने पाया कि बाइपोलर विकार धूम्रपान की तुलना में समय से पहले मृत्यु का कहीं अधिक जोखिम है.”