तेल-मसाले भारतीय खाने के स्वाद को कई गुना बढ़ा देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं इन दिनों जो आप अपने घरों में तेल इस्तेमाल कर रहे हैं वो आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। आजकल लोग खाना बनाने के लिए सरसों तेल की बजाय रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल करने लगे हैं। दरअसल इसका दाम भी कम होता है, इसलिए लोग खाने में इसका ज्यादा उपयोग करने लगे हैं।
लेकिन आपको बता दें, रिफाइंड तेल आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। ऐसे में समय रहते इसके प्रति सचेत होना बेहद जरूरी है। अगर आपने समय रहते रिफाइंड तेल का इस्तेमाल नहीं बंद किया तो आप कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।
रिफोइंड ऑयल क्यों है हानिकारक
रिफाइंड ऑयल को अधिक तापमान पर रिफाइन कर के तैयार किया जाता है। इस वजह से इसमें से सभी जरूरी पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। ऐसे में इस तेल के इस्तेमाल से शरीर में ट्रांस फैट की मात्रा काफी बढ़ने लगती है, जो बैड कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और इंसुलिन के लरलव को तेजी से बढ़ाता है। जिस वजह से लोगों में गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होने लगती है और हार्ट अटैक का रिस्क कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए सबसे पहले आप सोयाबीन, मक्के का तेल, राइस ब्रान ऑयल, कैनोला का तेल और सूरजमुखी का रिफाइंड तेल का इस्तेमाल जल्द से जल्द बंद करें।
रिफाइंड तेल से इन बीमारियों का खतरा
लगातार रिफाइंड तेल का इस्तेमाल करने से आप कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। रिफाइंड तेल की वजह से कोलेस्ट्रॉल सबसे पहले बढ़ता है जिस वजह से आप दिल से जुड़ी बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा इस तेल की वजह से लोग मोटापे, कैंसर, डायबिटीज मेलेटस, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिजीज के चपेट में आते हैं।
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खाने के लिए इस तेल का करें उपयोग
अगर आप अपने आप को हेल्दी और सेहतमंद रखें चाहते हैं तो रिफाइंड ऑयल की जगह कोल्ड प्रेस ऑयल का इस्तेमाल शुरू करें। कोल्ड प्रेस में तेल को मशीन में नहीं बनाया जाता है। इसलिए यह रिफाइंड ऑयल के मुकाबले थोड़ा महंगा मिलता है। आप तिल, मूंगफली और सरसों के कोल्ड प्रेस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।