हाल ही में हुई एक स्टडी से सामने आया है कि रात में ज़्यादा खर्राटे लेने वालों में हाई ब्लड प्रेशर रहने का खतरा ज़्यादा होता है। ये स्टडी काफी दिलचस्प है क्योंकि इसमें घर पर ही सोते समय और ब्लड प्रेशर को मापने वाले उपकरणों का इस्तेमाल किया गया।
क्या है खर्राटे लेना?
खर्राटे तब आते हैं जब हमारी सांस की नली थोड़ी संकरी हो जाती है और उसमें से हवा गुज़रते वक़्त कंपन होता है। लगभग 83% पुरुष और 71% महिलाएं कभी-कभी खर्राटे लेती हैं। ज़्यादा खर्राटे लेना कई बीमारियों से जुड़ा हो सकता है, जैसे सांस की नली का पूरी तरह से बंद होना (स्लीप एपनिया) और हाई ब्लड प्रेशर।
स्टडी में क्या हुआ?
इस स्टडी में 12 हज़ार से ज़्यादा लोगों को शामिल किया गया। इन लोगों ने घर पर सोते समय ब्लड प्रेशर और नींद मापने वाले उपकरण इस्तेमाल किए। स्टडी में पाया गया कि जो लोग ज़्यादा खर्राटे लेते थे, उनका ब्लड प्रेशर उन लोगों से ज़्यादा था जो कम खर्राटे लेते थे या बिलकुल नहीं लेते थे। ये असर खासकर उन लोगों में ज़्यादा देखा गया जिनकी उम्र 50 साल के आसपास थी और जिनका वजन ज़्यादा था।
यह भी जानें
- स्टडी में ज़्यादातर पुरुष, मोटे और लोग शामिल थे, इसलिए नतीजे सभी लोगों पर लागू नहीं हो सकते।
- स्टडी में शराब, सिगरेट, कैफीन, खाने-पीने की आदतों, दवाओं और व्यायाम का असर नहीं देखा गया।
- ज़रूरी है कि इस विषय पर और ज़्यादा रिसर्च हो ताकि खर्राटों और हाई ब्लड प्रेशर के कनेक्शन को और अच्छे से समझा जा सके।
डॉक्टर से करें परामर्श
अगर आपको खर्राटों की समस्या है या हाई ब्लड प्रेशर की चिंता है, तो डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें। वो आपके लिए सही जांच और इलाज बता सकते हैं।