भारत के अधिकांश जगहों पर भीषण गर्मी पड़ रही है. गर्मी के मौसम में ज्यादातर लोग स्विमिंग पूल में नहाना पसंद करते हैं. वहीं कुछ माता-पिता गर्मी के दिनों में अपने बच्चे को स्विमिंग पूल में नहाने के लिए भेजते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्विमिंग पूल में नहाना बच्चों के शरीर के लिए कितना हानिकारक है. जानिए एक्सपर्ट ने इसको लेकर क्या कहा है.
स्विमिंग पूल के पानी को साफ करने के लिए उसमें क्लोरीन मिलाया जाता है. क्लोरीन केमिकल पानी को साफ करने का काम करती है. लेकिन अगर क्लोरीन की मात्रा ज्यादा होती है, तो यह स्किन को नुकसान भी पहुंचा सकता है. इससे स्किन इंफेक्शन टैनिंग और सनबर्न जैसी प्रॉब्लम्स भी हो सकती है.
संक्रमण का खतरा
बता दें कि तैराकी से कई स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं. लेकिन एक्सपर्ट के मुताबिक, ये बच्चों को विभिन्न संक्रमणों के संपर्क में भी ला सकती है. डॉ. महाजन के मुताबिक, इससे बच्चों को पूल संक्रमण हो सकता है. पूल संक्रमण के लक्षण पेट में खराबी, ऐंठन, दर्द, मतली और दस्त हैं. डॉक्टर के मुताबिक इन लक्षणों का कारण एंटरोवायरस, नॉरवॉक वायरस और क्रिप्टोस्पोरिडियम नामक जीव है. इन्हें मारने के लिए ही उच्च स्तर के क्लोरीन की आवश्यकता होती है.
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इन बीमारियों का डर
बता दें कि पूल का गंदा पानी कई रोगों का कारण होता है. गंदे पानी के कारण हेपेटाइटिस ए, हैजा और टाइफाइड जैसी बीमारियां फैल सकती हैं. इसलिए एक्सपर्ट की सलाह होती है कि आपके बच्चे उचित ट्रेनिंग के साथ स्वच्छ पानी वाले पूल का उपयोग करें.
स्किन संक्रमण का खतरा
पूल में नहाने के कारण बच्चों को कई बार स्किन संक्रमण फैलने का खतरा भी बना रहता है. क्योंकि कई बार पूल साफ करने के लिए पानी में क्लोरीन की मात्रा ज्यादा डाल दी जाती है. एक्सपर्ट के मुताबिक, इसलिए जब भी स्विमिंग पूल में नहाने जाएं तो पता करना चाहिए कि पानी में क्लोरीन की कितनी मात्रा है. अगर पानी में ज्यादा मात्रा में क्लोरीन है तो नहाने से बचना चाहिए. इससे स्किन संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं. इसलिए अगर स्विमिंग पूल के पानी का पीएच वैल्यू 7 से 8 तक है, तभी नहाना चाहिए.
एक्सपर्ट की सलाह
एक्सपर्ट के मुताबिक, पूल में नहाने के बाद बच्चों को घर आकर अच्छे से एक बार नहाना चाहिए. ऐसा नहीं करने पर क्लोरीन केमिकल के कारण शरीर में खुजली, लाल दाग समेत कई तरह के स्किन संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है.