मेलेनोमा एक गंभीर प्रकार का स्किन कैंसर है, जिसके लक्षणों को अक्सर लोग तिल समझ कर अनदेखा कर देते हैं। कई लोगों के शरीर में तिल बचपन से होते हैं और कई लोगों के शरीर में तिल बढ़ती उम्र के साथ होने लगते हैं। वैसे तो तिल और मेलेनोमा कैंसर के बीच कोई संबंध नहीं है।
लेकिन फिर भी इस बात को समझना जरूरी है, क्योंकि कई बार लोग मेलेनोमा कैंसर के लक्षण को तिल समझ कर अनदेखा कर देते हैं। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के अनुसार अपने शरीर में हो रहे परिवर्तनों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि कई बार हम जिन्हें तिल समझते हैं वो शरीर की बीमारी भी हो सकती है।
मेलेनोमा कैंसर क्या है
मेलानोमा एक प्रकार का स्किन कैंसर है। मेलानोसाइट्स एक प्रकार की कोशिका होती है, जो मेलेनिन के उत्पादन में मदद करती है। मेलेनिन एक पिग्मेंट है, जो त्वचा को रंगत प्रदान करता है। वैसे तो मेलानोमा कैंसर क्यों होता है, इसके बारे में बहुत अधिक प्रामाणिक तथ्य अभी सामने नहीं आए हैं। लेकिन यह माना जाता है कि सूरज के संपर्क में आने के कारण त्वचा डैमेज होती है और इसके होने का खतरा भी बढ़ जाता है। यहां पर आपको शरीर के सामान्य तिल और मेलेनोमा कैंसर के बीच अंतर पहचानने के कुछ टिप्स दिए गए हैं।
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रंगों में विभिन्नता
अगर आपके शरीर में तिल हैं, तो वो लगभग सभी एक जैसे नजर आएंगे। अगर तिल की जगह कुछ और है तो उन सभी में आपको शेप को लेकर विभिन्नता मिलेगी। आप एक-दूसरे शेप और साइज को मैच करके देख सकते हैं। अगर इनमें सूजन, जलन या दर्द की समस्या हो रही है और साथ ही काले निशान पड़ रहे हैं, तो आपको बिना लापरवाही किये स्किन स्पेशलिस्ट से मिलना चाहिए।
डिफरेंट बॉर्डर
आपने शायद इस बात पर ध्यान दिया होगा कि तिल के चारों ओर बॉर्डर में लगभग समानता होती है, अगर इसमें असमानता दिखे, जैसे कि टेढ़े-मेढ़े, तो अब आपको थोड़ा अलर्ट होने की जरूरत है।
कलर में असमानता
एक अच्छे तिल की पहचान उसका ब्राउन कलर होता है। वाइट या ब्लू या रेड कलर आपको नजर आ रहा है तो मतलब साफ है कि अब आपको डर्मेटोलॉजिस्ट के पास जाने की जरूरत है।
डायमीटर
तिल का साइज बहुत मायने रखता है। अगर ये 6 मिलीमीटर से ज्यादा है तो ये वार्निंग साइन है। कुछ तिल अपनी शुरुआत की अवस्था में छोटे होते हैं इसलिए इन पर ध्यान से गौर करें। बेवजह न घबराएं।
तेजी से विकास
तिल या मोल्स पर नजर बनाए रखना महत्वपूर्ण है। यदि यह बहुत तेजी से बढ़ रहें तो चिंता वाली बात है। कैंसर वाले मोल तेजी से बढ़ती हैं, साधारण तिल धीमे-धीमे बढ़ते हैं। तिल के बदलते आकार, रंग, या संरचना को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए