Agoraphobia: आपने अपने आसपास के भी कई लोगों को ज्यादा ऊंचाई पर या लिफ्ट में, संकरी या बंद जगहों पर जाने से डरते हुए देखा होगा। इस तरह का स्थितियों को आमतौर पर फोबिया माना जाता है। इसी तरह से एगोराफोबिया नामक एक समस्या इन दिनों काफी चर्चा में हैं। कारण एप्पल कंपनी के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरीन पॉवेल जॉब्स हैं। लॉरेन महाकुंभ में शामिल होने के लिए भारत आई थीं, हालांकि कुंभ की भयंकर भीड़ देखकर वह घबरा गईं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लॉरीन को एगोराफोबिया नामक समस्या है, जिसमें व्यक्ति को भीड़भाड़ वाले स्थानों या ऐसी परिस्थितियों का डर होता है जहां से भाग निकलना मुश्किल हो सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य संबंधी विकार है एगोराफोबिया | Agoraphobia
एगोराफोबिया एक मानसिक स्वास्थ्य संबंधी विकार है, जिसके कारण रोगी को एंग्जाइटी या इसके कारण कई प्रकार की शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। एगोराफोबिया की समस्या आपके दैनिक जीवन के कामकाज को भी प्रभावित करने वाली हो सकती है। आइए इस फोबिया के बारे में समझते हैं। एगोराफोबिया एक प्रकार का स्ट्रेस डिसऑर्डर है। जिन लोगों को ये दिक्कत होती है उन्हें उन जगहों या स्थितियों से डरन लगता है जिसके कारण वह फंस सकते हैं जहां से निकलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से दिक्कत हो सकती है। इसे ऐसे भी समझा जा सकता है कि एगोराफोबिया के शिकार लोगों को सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने, बंद जगहों पर रहने, लाइन में खड़े होने या भीड़ में होने से डर लग सकता है। एगोराफोबिया से पीड़ित अधिकांश लोगों में पैनिक अटैक होने का खतरा भी देखा जाता रहा है।

पैनिक डिसऑर्डर की भी होती है समस्या | Agoraphobia
एगोराफोबिया से पीड़ित लोगों को भीड़-भाड़ या प्रतिकूल जगहों पर जाने के कारण कई बार इतना डर लग सकता है। डर इतना बढ़ जाता है कि इसके कारण पैनिक डिसऑर्डर की भी समस्या हो सकती है। आपको भयंकर घबराहट या डर लग सकता है। इसके अलावा भी आपको कई तरह की दिक्कतों का अनुभव होने लगता है जैसे हृदय गति काफी बढ़ जाना, सांस लेने में परेशानी या घुटन महसूस होना, सीने में दर्द, चक्कर आना, कंपकंपी या झुनझुनी महसूस होना, बहुत ज्यादा पसीना आना आदि। इस तरह की समस्याओं के कारण एगोराफोबिया के शिकार लोगों के लिए कही जा पाना कठिन हो जाता है। ये समस्या आपकी क्वालिटी ऑफ लाइफ को भी प्रभावित करने लगती है।
