गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के मथासुलिया गांव में एक विवाह समारोह में छाछ पीने के बाद कम से कम 250 मेहमान बीमार हो गए। सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को कार्यक्रम में परोसे गए छाछ का सेवन करने के बाद लोगों में दस्त और उल्टी के गंभीर लक्षण दिखाई दिए। स्वास्थ्य अधिकारी आगे की घटनाओं को रोकने के लिए जांच में जुट गए हैं।
कई लोगों की स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ने देख आपातकालीन सेवाओं को घटनास्थल पर बुलाया गया। प्रभावित व्यक्तियों को इलाज और निगरानी के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है कि एक शादी में बड़े पैमाने पर भोजन विषाक्तता की घटना के बाद गांव के अस्पताल को इससे निपटने के लिए चुनौतियों का सामना करना पड़ा। 250 से अधिक प्रभावित व्यक्तियों को चिकित्सा सहायता दी गई। लेकिन बिस्तर की पर्याप्त क्षमता न होने के कारण अस्पताल में सुविधा चरमरा गई।”
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सूत्रों ने कहा, जगह की कमी के कारण कई पीड़ितों को फर्श पर सोने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं कई लोगों को अस्पताल की बेंचों से ही काम चलाना पड़ा, जिससे अस्पताल के सामने कई समस्याएं पैदा हो गई। कुछ मरीज अब ठीक हैं, जबकि अन्य लोगों का अभी इलाज चल रहा है।
गर्मियों में फूड पॉयजनिंग का बढ़ सकता है खतरा
तापमान बदलने और गर्मियां शुरु होने के साथ ही फूड पॉयजनिंग का खतरा भी बढ़ जाता है। फूड पॉयजनिंग की समस्या दूषित खाना खाने या दूषित पानी पीने की वजह से होती है। गर्मियों में बैक्टेरिया और गर्मी की वजह से खाना जल्दी खराब होता है और इसी वजह से फूड पॉयजनिंग से बचने के लिए भी लोगों को कुछ खास बातों का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है-
- पकाने के बाद खाना देर तक ना रखें। खाना जल्दी से खा लें।
- फास्ट फूड और जंक फूड खाने से बचें।
- प्लास्टिक में पैक किए गए फूड्स के सेवन से परहेज करें।
- गर्मियों में हाइड्रेशन के लिए बार-बार पानी पीते रहें।
- फूड पॉयजनिंग के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सम्पर्क करें।