वायु प्रदूषण हमारी हेल्थ के लिए बिल्कुल सही नहीं है। जब आप गंदी हवा में सांस लेते हैं, तो इसका बुरा असर आपके शरीर के कई अंगों पर पड़ता है। इसमें हार्ट भी शामिल है। इससे पहले कि हम यह जानें कि आखिर गंदी हवा से हमारा हार्ट कैसे प्रभावित होता है, यह जान लेना जरूरी है कि एयर पल्यूशन क्या है? एयर पल्यूशन या वायु प्रदूषण उन गंदे कणों को कहा गया है, जो हवा में मौजूद हैं और सांस लेने के दौरान वे हमारे शरीर के अंदर चले जाते हैं।
हवा में मौजूद ये कण बेहद छोटे होते हैं, लेकिन ये काफी बड़ी संख्या में मौजूद होते हैं। हवा में नाइट्रोजेन ऑक्साइड, ओजोन, सलफर डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोक्साइड जैसे पल्यूटेंट मौजूद हैं। वायु प्रदूषण फैलने के मुख्य कारण डीजल और पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियां, फैक्ट्री से निकलने वाला धुआं और लकड़ी-मोमबत्ती से निकलने वाला धुआं हैं।
जब हवा में बड़ी मात्रा में इस तरह के प्रदूषित धुएं घुलते हैं, तो इससे हेल्थ पर असर पड़ता है, जिसकी अनदेखी नहीं की जा सकती है। इस बारे में हमने शारदा हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के Head & Senior Consultant डॉ. सुभेंदु मोहंती से बात की।
एयर पल्यूशन का हार्ट पर असर
इस बात को हम नजरंदाज नहीं कर सकते हैं कि एयर पल्यूशन का हमारे ओवर ऑल हेल्थ पर बहुत बुरा असर पड़ता है। एयर पल्यूशन की वजह से सांस लेने की तकलीफ बढ़ जाती है, खांसी की समस्या होने लगती है और अस्थमा के मरीजों की स्थिति और भी बिगड़ जाती है।
ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के अनुसार, “जब हम सांस लेते हैं, तो हवा में मौजूद कई छोटे-छोटे कण नाक से होते हुए हमारे ब्लड वेसल में चले जाते हैं और ब्लड स्ट्रीम से होते हुए वे लंग्स तथा हार्ट तक पहुंच जाते हैं।
इस कारण आपको सांस संबंधी समस्या और हार्ट डिजीज का रिस्क बढ़ जाता है। यही नहीं कई बार, पल्यूटेड एयर में सांस लेने के कारण ब्लड वेसल्स सख्त होकर सिकुड़ जाती हैं, जिससे ये डैमेज हो सकती हैं।
नतीजतन, ब्लड फ्लो प्रभावित होता है, जो कि अन्य समस्याओं की वजह बन सकता है। जैसे अगर ब्लड फ्लो सही तरह से न हो, तो ब्लड क्लॉटिंग हो सकती है, ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और हार्ट को पंप करने में तकलीफ हो सकती है, जिससे दिल की धड़कन अनियमित तरीके से धड़क सकती है।
हार्ट हेल्दी रखने के लिए क्या करें?
दिनों दिन बढ़ते प्रदूषण को हम रोक नहीं सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम अपने हृदय को सुरक्षित रखने के लिए उपयुक्त कदम उठाए जाने चाहिए
धूम्रपान न करेंः
धूम्रपान भी एयर पल्यूशन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार माना गया है। वहीं, अगर आप नियमित रूप से धूम्रपान करते हैं, तो हार्ट हेल्थ पर बहुत ही बुरा और गंभीर असर पड़ सकता है। इसे रोकने के लिए जरूरी है कि आप धूम्रपान करने से बचें।
नियमित चेकअप करवाएंः
अगर आपकी उम्र 40 साल से ज्यादा है, तो अपने हार्ट हेल्थ का चेकअप करवाएं। ऐसा करने से संभावित बीमारियों से बचा जा सकता है। इसके अलावा, अगर हार्ट से जुड़ी कोई बीमारी हो जाए, तो समय पर ट्रीटमेंट किया जा सकता है।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रखेंः
हार्ट हेल्थ को बैलेंस करने के लिए बहुत जरूरी है कि आप अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल और ब्लड प्रेशर के लेवल को कंट्रोल में रखें। कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित रख आप कई तरह की बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं।
एक्सरसाइज करेंः
भले ही एयर पल्यूशन के स्तर को कम नहीं किया जा सकता है। इसके बावजूद, पार्क में जाकर एक्सरसाइज करना आपके हार्ट हेल्थ के लिए उपयोगी माना गया है। आपको चाहिए कि रोजाना सुबह के समय एक्सरसाइज करें। खासकर उन एक्सरसाइज को बढ़ावा दें, जो कार्डियोवस्कुलर हेल्थ के लिए जरूरी माने जाते हैं।
हेल्दी डाइट लेंः
ओवर ऑल हेल्थ के लिए हेल्दी डाइट लेना बहुत जरूरी है। अपनी डाइट से ऐसी चीजों को बाहर निकाल दें, जो फैट बढ़ाते हों। ध्यान रखें कि मोटापा आपको कई तरह की बीमारियां दे सकता है, जैसे डायबिटीज आदि। यह सिचुएशना भी हार्ट के लिए सही नहीं है।