World Alzheimer Day 2024: आजकल की खराब लाइफस्टाइल, बढ़ता तनाव और बिगड़ता खान-पान युवाओं से लेकर बुजुर्गों को कई बीमारियों का शिकार बना रहा है। तनाव का सबसे अधिक असर दिमाग पर पड़ता है। दरअसल, दिमाग हमारे शरीर में एक ऐसा अंग है, जो हमारे पूरे शरीर को चलाता है। दिमाग जैसा चाहता है हमारा शरीर वैसे ही काम करता है। मगर, क्या हो जब दिमाग कुछ सोच ही न पाए और सोचने समझने की शक्ति और याददाश्त कमजोर पड़ने लगे।
दरअसल, बढ़ती उम्र पर याददाश्त कमजोर होना सामान्य है, लेकिन अगर बच्चों और युवाओं को भी इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो हो सकता है वो अल्जाइमर के शिकार हों। हमारे देश की 68% आबादी युवा है। लेकिन, रिपोर्ट्स ये कहती हैं कि अगले 20 से 25 साल में हर 5वां भारतीय उम्रदराज होगा और इसकी वजह से हर 5वें शख्स पर अल्जाइमर जैसी बीमारी का खतरा कई गुना बढ़ जाएगा। ऐसे में जानते हैं कि अल्जाइमर क्या है और इस बीमारी की शुरुआत को किन तरीकों से टाला जा सकता है?
क्या है अल्जाइमर? (What is Alzheimer?)
अल्जाइमर एक ऐसी बीमारी है, जिसके कारण दिमाग की कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं और याददाश्त कमजोर होने लगती है। इस वजह से मरीज को कोई भी चीज़ याद रखने में दिक्क्त होती है। दुनिया भर में अल्जाइमर के मरीजों की बात करें तो उसमें भारत तीसरे स्थान पर है। इसी वजह से 21 सितंबर को अल्जाइमर के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्धेश्य से हर साल विश्वभर में अल्जाइमर दिवस (World Alzheimer Day) मनाया जाता है। UK की नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार, 60 की उम्र के बाद दिमाग की कपैसिटी घटने लगती है।
अल्जाइमर के लक्षण (Symptoms of Alzheimer)
समय और जगह को लेकर भ्रमित हो जाना।
दिनचर्या की लाइफ की कई चीजें भूल जाना।
सोशल एक्टिविटी से दूरी बना लेना।
अपने परिवारवालों को न पहचान पाना।
गुस्सा आना, चिड़चिड़ापन होना और धीरे-धीरे छोटी-छोटी चीजें भूल जाना।
कैसे करें बचाव?
इस भूलने की बीमारी पर नियंत्रण पाने के लिए जरूरी है कि शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के साथ ही मानसिक रूप से अपने को स्वस्थ रखें।
नकारात्मक विचारों को मन पर प्रभावी न होने दें और सकारात्मक विचारों से मन को प्रसन्न बनाएं।
पसंद का संगीत सुनने, गाना गाने, खाना बनाने, बागवानी करने, खेलकूद आदि जिसमें सबसे अधिक रुचि हो, उसमें मन लगायें तो यह बीमारी नहीं घेर सकती।
ऐसे योग करें जो मानसिक सुकून दें और आपके दिमाग को शांत रखें।
डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करें, जो याददाश्त की क्षमता को बढ़ाएं।