तनाव, भागदौड़ या काम के बोझ में दर्द हो ही जाता है। कभी सिर तो कभी हाथ-पैर में दर्द होने पर लोग घर पर ही पेनकिलर ले लेते हैं। एक गोली से आराम नहीं पड़ता तो एक दिन में 3-4 या एक घंटे में ही 2 पेनकिलर खा लेते हैं। मगर इस तरह अपने आप डॉक्टर बनना आपकी किडनियों के लिए घातक हो सकता है।
जरूरत से ज्यादा पेनकिलर लेने की गलती आपकी दोनों किडनियों को 24 घंटे में ही खराब कर सकती हैं। देश के जाने-माने आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और लेखक डॉ. अबरार मुल्तानी के मुताबिक पेनकिलर की ओवरडोज नहीं लेनी चाहिए क्योंकि गुर्दों को तुरंत खराब कर देता है।
ये लापरवाही बिल्कुन न करें
डॉ. मुल्तानी आगे बताते हैं कि 24 घंटे में सिर्फ एक पेनकिलर खुद ले सकते हैं। ऐसा रोजाना भी करेंगे तो हो सकता है महीनों तक आपकी किडनी हेल्दी रहें। मगर इसकी ओवरडोज करने की लापरवाही ना करें, भरी जवानी में भी खून को फिल्टर करने वाले अंग डैमेज हो सकते हैं और जिंदगी नरक की तरह बन जाएगी।
ये काम करने से दर्द होगा कम
- हल्की एक्सरसाइज व स्ट्रेचिंग करें
- डीप ब्रीदिंग करें
- नींद और आराम लें
- पुराने दर्द के लिए गर्म सिकाई (सिर पर ना करें)
- एंटी-इंफ्लामेटरी फूड्स
किडनी खराब होने पर ये करें
हल्दी
स्टडी कहती है कि एंटी इंफ्लामेटरी फूड्स का सेवन पुराने से पुराना दर्द कम करने में भी मदद करता है। यह आपके तनाव, अवसाद और नींद ना आने की समस्या का समाधान भी बन सकता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कंपाउंड में एंटी इंफ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं। इसे आप खाने, दूध आदि में मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
चेरी
एंटीऑक्सीडेंट्स भी नेचुरल पेनकिलर का काम करते हैं। चेरीज के अंदर anthocyanins, पॉलीफेनोल्स, विटामिन सी होता है, जो शरीर को मजबूत बनाकर दर्द से दूर रखते हैं। अगर आको इनसे आराम नहीं मिलता तो पेनकिलर लेने से बेहतर है कि डॉक्टर को जाकर दिखाएं।
लहसुन की कली
रोज खाली पेट लहसुन की कली का सेवन करें। इससे धीरे-धीरे आपको दर्द की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। आपका ब्लड सर्कुलेशन तेज होगा, जिससे नसों को पर्याप्त ऑक्सीजन और आराम मिल सकेगा। यह मसल्स के दर्द में भी कारगर होता है।