हाल ही में देहरादून में क्लोरीन गैस लीक होने की घटना हुई है। गैस लीक के बाद आसपास के लोगों को सांस लेने में परेशानी होने लगी। जिसके बाद मौके पर उत्तराखंड पुलिस और राज्य आपदा प्रबंधन टीम के लोग पहुंचे और स्थानीय लोगों को बाहर निकाला।
क्लोरीन हानिकारक क्यों है?
- क्लोरीन के संपर्क में आने के बाद लोगों को अक्सर अपनी आंखों, गले और नाक के मार्ग में जलन महसूस होती है।
- त्वचा पर छाले पड़ना क्लोरीन के संपर्क में आने के दुष्प्रभावों में से एक है।
- क्लोरीन के संपर्क में आने से दृष्टि में धुंध पैदा होने की क्षमता सर्वविदित है। क्लोरीन के संपर्क में आने से आंखों में एसिड के उत्पादन से दृष्टि हानि हो सकती है, जो परेशान करने वाली और असुविधाजनक हो सकती है।
- क्लोरीन के संपर्क में आने से विभिन्न प्रकार की श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे खांसी और सीने में परेशानी। ये लक्षण क्लोरीन के कारण होने वाली अम्लीय गैसों के अंतःश्वसन के कारण उत्पन्न होते हैं।
- सांस लेने में असमर्थता तीव्र क्लोरीन विषाक्तता के सबसे खतरनाक प्रभावों में से एक है। फेफड़ों में उत्पन्न एसिड के कारण होने वाली गंभीर श्वसन असुविधा के लिए तत्काल चिकित्सा उपचार की आवश्यकता हो सकती है।
- एडेमा, फेफड़ों में तरल पदार्थ के जमा होने से चिह्नित एक विकार, क्लोरीन के संपर्क में आने से हो सकता है। इससे स्वास्थ्य को गंभीर खतरा पैदा हो सकता है और सांस संबंधी समस्याएं और भी बदतर हो सकती हैं।
- क्लोरीन के संपर्क में आने पर, लोगों को मतली और उल्टी के साथ-साथ पाचन संबंधी परेशानी का अनुभव हो सकता है। क्योंकि क्लोरीन-प्रेरित एसिड संक्षारक होते हैं, इन लक्षणों को समझाया जा सकता है।
- चेलेटिंग एजेंट सांस लेते समय घरघराहट, सीटी या खड़खड़ाहट की आवाज पैदा कर सकते हैं। यह क्लोरीन-प्रेरित एसिड द्वारा लाई गई वायुमार्ग की चिड़चिड़ापन और जकड़न का संकेत है।
गैस लीक होने पर कैसे करें बचाव
पैनिक होने से बचें
यदि आप किसी ऐसी स्थिति फंस जाते हैं जहां गैस लीक के कारण आपको सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, तो आपको सबसे पहले खुद को पैनिक नहीं करना है। क्योंकि इस तरह की सिचुएशन आते ही सबसे पहले लोग घबरा जाते हैं जिससे वह अपने लिए सही फैसला नहीं ले पाते हैं। यदि आपको गैस की गंध महसूस होती है तो सबसे पहले अपने दिमाग को शांत रखें।
तुरंत प्रशासन को करें सूचित
इस तरह की आपदा से बचने के लिए सबसे पहले इसकी सूचना लोकल प्रशासन को दें। यदि आप समय रहते इसकी सूचना प्रशासन को दे देते हैं तो आप इस आपदा के कारण होने वाली समस्या को काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं। सही समय पर मिल गई सूचना प्रशासन को आपकी मदद के लिए तैयार कर सकती है।
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फेस को कवर रखें
किसी भी तरह के गैस के रिसाव में सबसे पहला काम आपको करना चाहिए कि आपको अपने फेस को कवर कर लेना चाहिए। इसके लिए आप अपने मुंह पर मास्क का प्रयोग कर सकते हैं या मुंह पर किसी कपड़े को बांध सकते हैं। इसके अलावा आप गैस के प्रभाव से अपनी आंखों को बचाने के लिए चशमा का प्रयोग करें और आंखों को भूलकर भी न रगड़ें।
बच्चों का रखें विशेष ध्यान
इस तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए बेहद जरूरी है कि आप अपने घर के छोटे बच्चों का ध्यान ज्यादा रखें। बच्चे बड़ों का अपेक्षा ज्यादा नाजुक होते हैं यही कारण है कि बच्चों को को गैस के प्रभाव से बचाना ज्यादा जरूरी होता है। गैस लीक वाले स्थान से छोटे बच्चों को समय रहते दूर कर दें।
क्लोरीन गैस के संपर्क में आने पर क्या करें
- अगर सांस अंदर चली जाए तो पीड़ित को ताज़ी हवा में ले जाएं।
- दूषित कपड़ों को तुरंत हटा दें क्योंकि तरल क्लोरीन से त्वचा में अतिरिक्त जलन हो सकती है।
- रिसाव को सूखे रासायनिक अग्निशामक यंत्र का उपयोग करके साफ किया जाना चाहिए।
- बेहतर देखभाल और उपचार के लिए चिकित्सकीय सहायता लें।