चेहरे पर पिंपल या एक्ने होने से हमारे चेहरे की खूबसूरती पर बुरा असर पड़ता है। खराब खान पान और हार्मोन में आए बदलाव के कारण आज पिंपल्स और एक्ने की समस्या काफी आम हो गई है। इसके अलावा बहुत से लोगों के चेहरे पर लाल रंग के दाने दिखने लगते हैं, जिन्हें अक्सर लोग पिंपल या एक्ने समझने की गलती कर देते हैं। यदि आपके चेहरे पर भी कोई इस तरह के दाने दिखाई दें तो इन्हें भूलकर भी इग्नोर न करें। ये लाल रंग के दाने चिकनपॉक्स और मंकीपॉक्स जैसी गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकते हैं। इसके अलावा चेहरे के दानों का कारण मिलिया रोजेशिया जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं।
क्या है रोजेशिया रोग?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रोजेशिया एक ऐसा रोग है, जिसके कारण हमारी त्वचा काफी सेंसिटिव हो जाती है। यदि आपकी त्वचा पर रेडनेस और दाने दिखाई दे रहे हैं तो ये रोजेशिया रोग का संकेत हो सकते हैं। इस रोग के कारण हमारी त्वचा काफी संवेदनशील हो जाती है और यहां तक कि धूप और ठंडी हवा के कारण भी परेशानी पैदा हो जाती है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों की त्वचा हमेशा लाल रहती है और इस पर छोटे-छोटे लाल दाने भी हो सकते हैं।
जानें रोजेशिया के लक्षण
रोजेशिया रोग के लक्षणों की बात करें तो चेहरे पर लालिमा आना इसका एक पहला और मुख्य लक्षण है। इसके अलावा चेहरे पर लाल रंग के दाने होना भी इसका काफी महत्वपूर्ण लक्षण है। वहीं कुछ मामलों ये दोनों लक्षण एक साथ भी देखे जा सकते हैं। इसके साथ ही इस रोग से पीड़ित व्यक्ति की आंखों में दर्द के साथ जलन भी हो सकती है।
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रोजेशिया रोग के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यह कुछ मामलों में तो अपने आप ठीक हो जाती है, वहीं कुछ लोगों के साथ यह बीमारी जीवन भर बनी रहती है। हालांकि आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रोजेशिया एक ऐसा रोग है जिसका कोई सटीक इलाज नहीं है। लेकिन समय रहते इस रोग की पहचान कर ली जाए तो इसको कंट्रोल किया जा सकता है। इसके साथ ही यह रोग धीरे-धीरे ठीक हो सकता है।
रोजेशिया होने का कारण
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आपके चेहरे की लालिमा और दाने जैसी दिखने वाली बीमारी रोजेशिया किस कारण से होती है, इसको लेकर अभी और शोध होने की आवश्यकता है। अभी तक यह बीमारी किस कारण से होती है इसका कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिल पाया है। हालांकि कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि रोजेशिया बीमारी कई बार आनुवांशिक कारणों से तो कभी-कभी पर्यावरण के प्रदूषण के कारण भी हो सकती है।
अन्य कारण
- अधिक गर्म पदार्थों का सेवन
- अधिक अल्कोहल का सेवन
- तापमान में बदलाव के कारण
- अधिक कॉस्मेटिक प्रयोग के कारण
- दवाओं के साइड इफेक्ट