स्वास्थ्य और बीमारियां

पार्लर में हुई एक गलती पहुंचा सकती है अस्पताल, इसलिए ध्यान रखें ये बातें

पिछले साल नवंबर में हैदराबाद में एक मामला सामने आया था। मामला यह था कि ब्यूटी पार्लर में हेयर वॉश करा रही एक महिला गंभीर रूप से बीमार पड़ गई। महिला को चक्कर आने लगे, मतली, उल्टी आने लगी, उसे चलने में भी समस्या होने लगी। जब वह अस्पताल गई तो डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम हो गया है। खूबसूरत बालों के शौक के चलते महिला इस सिंड्रोम की शिकार हो गई। इसलिए ब्यूटी पार्लर या सैलून में जाकर हेयर वॉश करवाने से पहले आपको कुछ बातों का ख्याल रखना जरूरी है वरना आप भी इस स्ट्रोक सिंड्रोम के शिकार हो सकते हैं।

ब्यूटी पार्लर में आपकी छोटी सी गलती आपको इस सिंड्रोम का शिकार बना सकती है। हालांकि बहुत कम लोग हैं जो इस सिंड्रोम के बारे में जानते हैं। अगर आप भी उन लोगों में से हैं जिसने पहले कभी इस सिंड्रोम का नाम नहीं सुना है, तो आइए जानते हैं, क्या है ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम और इसके क्या लक्षण नजर आ सकते हैं।

क्या होता है ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम

ब्यूटी पार्लर में शैम्पू या हेयर वॉश के लिए आप गर्दन सिंक पर रखते है । इस दौरान गर्दन पर खिंचाव आता है। सिंक पर गर्दन रखने की वजह से वो ज्यादा खिंच जाता है या फिर खराब सपोर्ट के कारण गर्दन की नस दब सकती है। नस दबने की वजह से दिमाग तक खून पहुंचने में दिक्कत होती है और यह स्ट्रोक की वजह बन सकता है। गर्दन की नस दबने से ब्लड फ्लो में रुकावट आती है और ब्रेन तक ठीक से खून नहीं पहुंच पाता है। खून ठीक से नहीं पहुंच पाने की वजह से ब्लड क्लॉट भी हो सकता है। जिसकी वजह से स्ट्रोक आ सकता है, जिसे ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम कहते हैं।

ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम के लक्षण

हेयर वॉश के दौरान या फिर उसके बाद सिर में दर्द शुरू होना। अचानक से चक्कर आना, दिखाई देने में समस्या होना। इसके अलावा शरीर का कोई भी हिस्सा सुन्न पड़ने लग जाता है। देखने में दिक्कत होने लगती है। दिमाग में ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से अचानक कमजोरी महसूस होने लगती है। धुंधला दिखाई देने लगता है।

ऐसे में बिना देर किए फौरन अस्पताल पहुंचना जरूरी है। ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम का खतरा उन लोगों में अधिक होता है, जो दिल की बीमारी, डायबिटीज, हाइपरटेंशन के मरीज होते हैं या फिर उन्हें पहले कभी स्ट्रोक आया हो। हालांकि स्वस्थ लोगों को भी इस सिंड्रोम का खतरा बना रहता है।

इन बातों का रखें ध्यान

टी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम का खतरा रहता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप पार्लर जाना छोड़ दें। थोड़ी सी सावधानी रखकर आप इस सिंड्रोम से बच सकती हैं। इसके लिए जरूरी है कि पार्लर में हेयर वॉश करवाते वक्त कुछ बातों का ख्याल रखें। जैसे पार्लर में हेयर वॉश के दौरान गर्दन को सिंक से लटकाते वक्त नीचे अच्छा सपोर्ट रखें। अगर गर्दन के नीचे ठीक से सपोर्ट नहीं रहा तो गले की नस में तकलीफ हो सकती है, गर्दन के नस में खिंचाव हो सकता है, जो स्ट्रोक का कारण बन सकता है।

गर्दन अगर सिंक के किनारे से दबती हुई महसूस हो तो फौरन काम को रोक दें और बिना देर किए पोजिशन बदलें। सिंक और गर्दन के बीच बेहतर सपोर्ट के लिए बोलें। अगर पार्लर में बाल धोते वक्त चक्कर आने लगे, सिर में तेज दर्द होने लगे तो तुरंत सीधा लेट जाएं। बिना देर किए फौरन डॉक्टर से संपर्क करें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button