अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को सोमवार के दिन अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। अस्पताल से बाहर आने के बाद सुपरस्टार ने कहा कि ज्यादा खाने की आदत को छोड़कर उन्हें कोई और परेशानी नहीं है।
दिग्गज अभिनेता और भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती को इस्केमिक सेरेब्रोवास्कुलर दुर्घटना के लक्षण दिखने के बाद शनिवार सुबह कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसका सरल शब्दों में अर्थ है, धमनी का अवरुद्ध होना या बंद होना। 10 फरवरी की सुबह उनके सीने में दर्द हुआ था, जिसके बाद उन्हें भर्ती करवाया गया था। वहां इलाज के दौरान पता चला कि मिथुन चक्रवर्ती को सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट (स्ट्रोक) आया था।
क्या है यह बीमारी
आसान भाषा में समझा जाये तो इस्केमिक स्ट्रोक तब आता है जब हमारे ब्रेन में ब्लड का सर्कुलेशन कम होने लगता है। इसके चलते दिमाग को जरूरी मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है और दिमाग की नसें डैमेज होने लगती हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, अगर इस बीमारी का इलाज समय रहते न किया जाए तो मरीज को लकवा हो सकता है और उसकी जान भी जा सकती है।
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इस्केमिक स्ट्रोक को कैसे पहचानें
चेहरे, हाथ या पैरों में सुन्नता, चलने-फिरने में दिक्कत, आंखों से ठीक से दिखाई न देना, बोलने में परेशानी या बात को समझने में कठिनाई, बिना वजह सिरदर्द होना, ये इस्केमिक स्ट्रोक के कुछ बड़े लक्षण हैं। इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलना चाहिए।
इस्केमिक स्ट्रोक से कैसे बचें
शरीर में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल, हाइपरटेंशन, अनहेल्दी लाइफस्टाइल, स्मोकिंग, शुगर, बढ़ती उम्र और दिल से जुड़ी कुछ समस्याओं को इस्केमिक स्ट्रोक के कुछ बड़े कारण हैं। इससे बचने के लिए हम हेल्दी डाइट लेनी चाहिए। इसके अलावा अपना वजन कंट्रोल करना चाहिए। अगर आप ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीज हैं तो खानपान, जांच और दवाइयों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस्केमिक स्ट्रोक से बचने के लिए हमें धूम्रपान व अल्कोहल से दूरी बनानी चाहिए।