बच्चों के लिए मोटापा बहुत बड़ी समस्या है. एक अध्ययन में पाया गया है कि अगर 4 साल की उम्र में किसी बच्चे का मोटापा बहुत ज्यादा है और उसका वजन कम नहीं होता है, तो उसकी उम्र सिर्फ 39 साल ही रह सकती है. ये आम उम्र से लगभग आधी है.
उन्होंने ये भी कहा कि, “बचपन के मोटापे को एक गंभीर बीमारी की तरह समझना चाहिए. बच्चों का इलाज तब टालना नहीं चाहिए जब उन्हें डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या कोई और बीमारी हो जाए. बल्कि उनका इलाज जल्द से जल्द शुरू कर देना चाहिए.”
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इस अध्ययन के लिए वैज्ञानिकों ने मोटापे और मोटापे से जुड़ी बीमारियों पर किए गए 50 पिछले अध्ययनों के डाटा को इकट्ठा किया. इन बीमारियों में डायबिटीज, दिल की बीमारी और लिवर में चर्बी जमना शामिल है.
अध्ययन में दुनिया भर के 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया था, जिनमें से करीब 27 लाख लोग 2 से 29 साल के बीच के थे. अध्ययन में ये भी पता चला है कि अगर 4 साल के बच्चे का बॉडी मास इंडेक्स 3.5 है (जिसका मतलब बहुत ज्यादा मोटापा है) और उसका वजन कम नहीं होता है, तो उसे 25 साल की उम्र तक डायबिटीज होने का 27% खतरा रहता है और 35 साल की उम्र तक ये खतरा 45% तक बढ़ जाता है. इसलिए बच्चों का वजन कम करने और उनकी सेहत पर ध्यान देना बहुत जरूरी है.