नोपॉज महिला प्रजनन के अंत का प्रतीक है. रजोनिवृत्ति के वास्तव में कई चरण होते हैं जिन्हें पहचानना और समझना जरूरी होता है. रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज तब होता है जब आप मासिक धर्म यानि पीरियड्स बंद कर देती हैं. दूसरी ओर प्री मेनोपॉज का अर्थ है तय समय सीमा से पहले पीरियड्स बंद हो जाना।
आजकल लोग फर्टिलिटी से संबंधित इतनी प्रोब्लम्स हो रही हैं कि वे अक्सर बेबी कंसीव करने में असफल हो रहे हैं. इसका एक कारण प्री मेनोपॉज को भी माना जा रहा है. असफल प्रेगनेंसी, इनफर्टिलिटी और प्री मेनोपॉज से जुड़ी सभी शंकाओं, चिंताओं और उनके निवारण के बारे में समझने के लिए हमने डॉक्टर से बात की।
जाने प्री मेनोपॉज क्या है?
प्री मेच्योर मेनोपॉज आजकल काफी कॉमन हो गया है और कई बार ये डायग्नोस भी नहीं होता है. डॉक्टर ने बताया कि जब 40 साल की उम्र से पहले आपके पीरियड्स आना बंद हो जाते हैं तो उसे प्री मेच्योर मेनोपॉज कहते हैं. वैसे नॉर्मली इंडिया में मेनोपॉज की उम्र 45 से 50 साल तक है जब किसी महिला के पीरियड्स बंद हो जाते हैं. वहीं 52 साल के बाद होने वाले मेनोपॉज को लेट और 40 से 45 के बीच होने वाले मेनोपॉज को अर्ली मेनोपॉज कहा जाता है।
40 साल की कम उम्र में मेनोपॉज होने पर आजकल कई लोगों को फर्टिलिटी की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है, तो अगर आप प्रेगनेंसी लेट प्लान कर रहे हैं या शादी लेट होती है तो कई बार पीरियड्स डिस्टर्ब होते हैं. कभी लेट आते हैं तो कभी जल्दी हो जाते हैं वहीं कभी कभी मिस हो जाते हैं. ये इतना कॉमन है कि कभी कभी हम इसको इग्नोर भी कर देते हैं।
अक्सर हमने देखा है कि बड़े शहरों में अर्बन सिटीज में 30 साल के बाद भी शादी होती है और फिर 35 के बाद प्रेगनेंसी प्लान करते हैं. तो कई बार सफल न होने पर डॉक्टर के पास जाते हैं तो पता चलता है कि आपकी अभी से प्रीमेच्योर एजिंग हो गई है. यानि जो ओवरीज हैं उनकी एज कम उम्र में ही ज्यादा हो गई है, जो प्रीमेच्योर ओवरियन फेलियर है वह इसी तरह से प्रेजेंट करता है. इसमें पीरियड्स कभी लेट तो कभी जल्दी हो जाते हैं. कुछ लोगों में मूड स्विंग भी देखा जाता है. कुछ में हॉट फ्लेसेज भी होता है, लेकिन उन्हें हम कम उम्र की वजह से इग्नोर कर देते हैं।