बदलते मौसम में कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इन दिनों उत्तराखंड में लगातार बदलते मौसम में डेंगू और चिकनगुनिया का खतरा काफी बढ़ रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने मच्छर जनित बीमारियों के रोकथाम और बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने उपचार की उचित व्यवस्था को प्राथमिकता दिए जाने पर जोर दिया है। पिछले वर्ष भी डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों के कई मामले रिपोर्ट हुए थे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में दुनिया भर में डेंगू के 6।5 मिलियन मामले दर्ज किए गए थे, जिसमें 7300 लोगों की मौत हुई हैं। इन जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए इनके लक्षणों को पहचानकर सही समय पर इलाज शुरू करना जरूरी है।
डेंगू होने पर दिखने वाले लक्षण
- अचानक तेज बुखार
- सिर में तेज दर्द होना
- जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
- आंखों के पीछे दर्द
- उल्टी और मतली
- सांस लेने में परेशानी
- बुखार शुरू होने के तीन से चार दिन बाद रैशेज दिखाई देना
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चिकनगुनिया होने पर लक्षण
- बुखार
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- त्वचा पर चकत्ते नजर आना
- जोड़ों में असहनीय दर्द और सूजन
डेंगू और चिकनगुनिया में अंतर?
डेंगू वायरस द्वारा होने वाली एक बीमारी है, जो मादा एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलती है। चिकनगुनिया भी मच्छरों से होने वाली एक बीमारी है, जो चिकनगुनिया वायरस (CHIKV) से फैलती है। इन दोनों के लक्षण लगभग सामान्य होते हैं। हालांकि, डेंगू की तुलना में चिकनगुनिया में मांसपेशियों बहुत ज्यादा सूजन और दर्द होता है।
इन बीमारियों से कैसे करें बचाव?
- लंबी बाजू के कपड़े पहनें।
- रात में सोते समय खिड़की और दरवाजों को बंद रखें।
- मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- शाम के समय ज्यादा बाहर निकलने से बचें।
- घर के आसपास जमा कचरे और पानी की नियमित सफाई करें।
- नैचुरल मॉस्किटो रिपेलेंट का इस्तेमाल करें।