चीन में फैले ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले इन दिनों भारत में भी डर का कारण बने हुए हैं। इस वायरस को लेकर कई लोगों को आशंका है कि यह कोविड (Covid 19) जैसे हालात न बना दें। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस वायरस के भी काफी लक्षण बिल्कुल कोरोना जैसे ही हैं। इस वायरस की चपेट में अधिकतर छोटे बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी वाले आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर इसे लेकर तमाम तरह की बाते हो रही हैं। इससे मन में कई सवाल उठ रहे हैं, वायरस को लेकर काफी कंफ्यूजन भी है।
क्या है एचएमपीवी? (What is HMPV?)
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सबसे पहले हर किसी को जान लेना चाहिए कि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है, यह पहले से ही मौजूद है। साल 2001 में इसका पहला केस मिल चुका है। भारत में भी यह पहले से ही मौजूद रहा है। यह वायरस रेस्पिरेटरी सिस्टम (Respiratory System) पर अटैक करता है, जिसमें नाक, गला और फेफड़े प्रभावित होते हैं। इसके लक्षण नॉर्मल फ्लू जैसे हैं। अधिकतर लोगों को बुखार, खांसी और सांस लेने में परेशानी जैसी समस्याएं हैं।

कोई भी बन सकता है HMPV का शिकार
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस वायरस की चपेट में वैसे तो हर उम्र के लोग ही आ सकते हैं। मगर, सबसे ज्यादा खतरा 14 साल से कम उम्र के बच्चे, बुजुर्ग, अस्थमा के मरीज और कमजोर इम्यूनिटी वालों को है। उनमें इसके मामले सीरियस हो सकते हैं।
HMPV से कैसे बचें?
कम से कम 20 सेकेंड्स तक अपने हाथों को अच्छी तरह धोएं।
अगर किसी कारण से हाथ नहीं धो पाए हैं, तो आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें और मास्क लगाएं।
हर किसी से कम से कम 6 फीट से ज्यादा की दूरी बनाएं।
अपनी हथेलियों से मुंह को कवर न करें, बल्कि कोहनी के मोड़ के पास खांसने या छींकने की कोशिश करें।
पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं, हेल्दी खाना ही खाएं।
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HMPV को लेकर चेकअप कब कराएं?
डॉक्टर्स का कहना है कि अगर इनमें से कोई लक्षण नजर आता है तो डॉक्टर के पास जाकर चेकअप करवाना चाहिए। खुद से दवाई लेकर खाने से बचें। डॉक्टर्स की बताई दवाईयां ही लें और उनके बताए रूटीन ही फॉलो करें।