प्रेग्नेंसी में महिलाएं अपना ज्यादा ध्यान रखती हैं। इस दौरान एक्सट्रा केयर की जरूरत होती है। खानपान से लेकर चलने-उठने की आदतें और तमाम ऐसे कार्यों में ज्यादा सावधानी बरतनी होती है। ऐसे में क्या नीचे झुकना उनके लिए सुरक्षित है?
क्या प्रेग्नेंसी में झुकना सुरक्षित है?
प्रेग्नेंसी में कई तरह की शारीरिक समस्याएं होती हैं। इस दौरान डॉक्टर भारी सामान उठाने के लिए मना करते हैं। ज्यादा थकान भी इस दौरान अच्छी नहीं होती। लेकिन आप प्रेग्नेंसी में हंल्का झुक सकते हैं। झुकने से शिशु को चोट नहीं लगती।
जब आप झुकेंगी, तो गर्भस्थ शिशु के शरीर और अंग सुरक्षित रहेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि शिशु, गर्भाशय में एमनियोटिक सैक में रहता है। यह एमनियोटिक द्रव से भरी थैली होती है। यह एमनियोटिक द्रव आपके बच्चे के लिए गद्दे का काम करता है। इसलिए शिशु को चोट नहीं लगती।
प्रेग्नेंसी में झुकना कब बंद कर देना चाहिए?
पहली तिमाही में महिलाओं के लिए झुकना आसान होता है। अगर आपको किसी तरह की कोई शारीरिक समस्या नहीं है, तो पहली तिमाही में थोड़ा झुक सकती हैं। लेकिन झुककर किसी भारी चीज को उठाने से बचें। झटके से उठने या बैठने से भी बचना चाहिए। इससे गर्भपात का खतरा हो सकता है।
दूसरी तिमाही में उठने और बैठने में थोड़ी तकलीफ हो सकती है। इसलिए झुककर कोई काम न करें। तीसरी तिमाही में थकान ज्यादा होती है। इस दौरान झुकने से चक्कर आ सकता है या गिरने का डर रहता है इसलिए तीसरी तिमाही में झुकने से बचना चाहिए।
प्रेग्नेंसी में कैसे झुकें?
प्रेग्नेंसी में ज्यादा झुकने से बचना चाहिए लेकिन अगर आपको किसी कारण झुकना पड़े, तो शरीर को आगे की ओर झुकाने के बजाय किसी चीज का सहारा लेकर घुटनों के बल बैठकर झुकें। इसी तरह उठते समय भी झटके से न उठें। इसके बजाय हाथ से किसी ठोस चीज को पकड़ें। इसके बाद दूसरे हाथ से घुटने और जांघ का सहारा लेकर उठें।