हम में से कई लोगों का पसंदीदा मौसम बरसात का होता है। यह काफी सुहावना होता है, लेकिन कई बीमारियों को भी दस्तक देता है। मानसून देश के कई राज्यों में दस्तक दे चुका है, जल्द ही दिल्ली में भी दस्तक देने वाला है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की बात करें तो यहां भी मानसून ने दस्तक दे दी है। इसके चलते इन दिनों बरसात की वजह से फ्लू का खतरा तेजी से बढ़ चुका है। मुख्य रूप से फ्लू और डेंगू जैसी गंभीर बीमारियां बढ़ती देखी जा रही हैं। ऐसे में यह काफी चिंता का विषय बना हुआ है। इसलिए आपको इस सीजन में अपना खास ध्यान रखने की जरूरत होती है।
अगर आप मानसून में इंजॉय करना चाहते हैं तो आपको कुछ सुरक्षित उपायों को अपनाने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं मानसून में बढ़ते फ्लू के खतरे से खुद को कैसे सुरक्षित रखें?
मानसून में क्यों बढ़ता है फ्लू?
एक्सपर्ट का कहना है कि मानसून में कई कारणों से फ्लू का खतरा बढ़ जाता है। इसके मुख्य कारण ह्यूमिडिटी का बढ़ना और ठंड का काफी तेजी से बढ़ना शामिल होता है। यह इन्फ्लूएंजा वायरस के पनपने और फैलने का काफी आदर्श वातावरण बनाता है। इसलिए आपको इस संक्रमण से खुद को सुरक्षित रखना बहुत ही जरूरी है।
क्या हैं फ्लू के सामान्य लक्षण?
फ्लू से संक्रमित होने की स्थिति में मरीजों को कई सामान्य लक्षण दिखते हैं, जिस पर ध्यान देकर आप अपनी स्थिति में सुधार कर सकते हैं।
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- नाक बहना
- सिरदर्द होना
- तेज बुखार होना
- काफी ठंड लगना
- पूरे शरीर में दर्द होना
- खांसी की परेशानी होना
- गले में खराश और दर्द होना
- मतली और उल्टी जैसा महसूस होना
- काफी ज्यादा थकान महसूस होना, इत्यादि।
फ्लू से बचाव के तरीके
फ्लू इन्फेक्शन को रोकने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी साफ-सफाई का ध्यान रखना है। इसके लिए साबुन और पानी से नियमित रूप से हाथ धोएं, विशेष रूप से खांसने या छींकने के बाद ठीक से हाथ धोएं। साबुन उपलब्ध न होने पर हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। अपने चेहरे विशेषकर आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें क्योंकि ये वायरस के लिए सामान्य प्रवेश बिंदु होते हैं। दरवाजे के हैंडल, लाइट स्विच और मोबाइल फोन जैसी बार-बार छुई जाने वाली चीजों को सैनिटाइज करते रहें। इसके अलावा फ्लू के मामलों से बचने के लिए एनुअल फ्लू वैक्सीन जरूर लगवाएं।