मां-बाप को हमेशा इस बात की चिंता सताती रहती है कि उनके बच्चों के दांत में कीड़े ना लगें और उन्हें दांत में दर्द और कैविटी जैसी शिकायतें ना हों। जैसा कि बच्चे मीठा खाना पसंद करते हैं और कई बार चॉकलेट खाने, शर्बत पीने और मीठी कुकीज खाने के कारण उनके दांतों में कीड़े लग जाते हैं। दूध के दांतों मे कीड़े लगने के बाद कुछ समय बात वे दांत टूटकर निकल जाते हैं जिनसे कीड़े और कैविटी की समस्या से छुटकारा तो मिल जाता है। लेकिन परमानेंट दांतों में कीड़े लगने के बाद बच्चे को काफी परेशानी हो सकती है।
दुनियाभर में हर साल 20 मार्च को विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे को मनाने के पीछे का उद्धेश्य लोगों को उनकी ओरल हेल्थ और ओरल हाइजीन के प्रति जागरूक करना है।
कैविटी होने पर क्या समस्याएं होती हैं ?
कैविटी होने के बाद बच्चों को दांतों में दर्द, मसूड़ों में सूजन और ठीक तरीके से खाने-पीने में परेशानियां होने लगती हैं। दांतों में कीड़े लगने के बाद की परेशानियों से बचने के लिए आप पहले से कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं। जैसे उन गलतियों और आदतों से बचें जिनकी वजह से बच्चों के दांतों में कीड़े लगते हैं। इसी तरह छोटे बच्चों के दांतों की देखभाल और ओरल हाइजीन से जुड़ी सबसे जरूरी बातें क्या हैं वो जरूर जानें।
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बच्चों के दांतों में क्यों लग जाते हैं कीड़े?
- मीठा खाने की आदत।
- दांतों की साफ-सफाई ठीक तरीके से ना करना ।
- दूध पीकर सोने से भी बच्चों के दांत खराब हो सकते हैं।
- जंक फूड खाने की आदत।
- पोषण की कमी (विटामिन डी, कैल्शियम और मैग्नीशियम की कमी)
- जेनटिक कारण और पारिवारिक हिस्ट्री।
बच्चों के दांतों को कीड़ों से बचाने के उपाय क्या हैं?
- बच्चों को मीठी चीजें जैसे शक्कर, चॉकलेट, जेली और कोल्ड्रिंक्स आदि ना दें।
- बच्चों को च्यूइंगम खाने से रोकें।
- दिन में कम से कम दो बार ब्रश करने के लिए बच्चों को मोटिवेट करें। सुबह उठने के बाद और रात में सोने से पहले बच्चों के दांतों की अच्छी तरह सफाई करने को कहें।
- बच्चों को बहुत ठंडा या बहुत गर्म खाना ना खाने दें। इससे दांतों को नुकसान होता है।
- मैदे से बनी चीजें जैसे नूडल्स, पास्ता और ब्रेड खाने से रोकें।
- बच्चों को डीप-फ्राइड, जंक फूड और फास्ट फूड ना खाने देँ।
- दांतों की अच्छी हेल्थ के लिए कैल्शियम, विटामिन सी और फॉस्फोरस वाले फूड्स बच्चों को खिलाएं।