Lungs Problem: अगर हमारे शरीर के सभी अंगों को ठीक से काम करते रहना है तो इसके लिए नियमित रूप से ऑक्सीजन युक्त रक्त (Blood) की जरूरत होती है। बिना ऑक्सीजन के अंगों की कोशिकाओं के क्षतिग्रस्त होने और ऑर्गन फेलियर (Organs Failure) का खतरा हो सकता है। सभी अंगों तक नियमित ऑक्सीजन पहुंचता रहे, इसके लिए जरूरी है कि आपके फेफड़े स्वस्थ हों और ठीक तरीके से काम करते रहें। फेफड़ों में होने वाली किसी भी तरह की दिक्कत पूरे शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि कई प्रकार के पर्यावरणीय और दिनचर्या में गड़बड़ी से संबंधित कारकों के चलते फेफड़ों की बीमारियां बढ़ रही हैं। डॉक्टर कहते हैं कि फेफड़ों की बीमारियां जानलेवा हो सकती हैं। फेफड़ों के स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने और दुनियाभर में फेफड़ों की बेहतर देखभाल को बढ़ावा देने के लक्ष्य से हर साल 25 सितंबर को विश्व फेफड़ा दिवस (World Lung Day) मनाया जाता है। इस मौके पर आइए उन शुरुआती संकेतों के बारे में जानते हैं, जिनपर ध्यान देकर फेफड़ों की गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।
खतरनाक हो सकती हैं फेफड़ों की बीमारियां
आंकड़ों से पता चलता है कि फेफड़ों से संबंधित तमाम प्रकार की बीमारियों की वजह से हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। क्रोनिक रेस्पिरेटरी डिजीज (CRD) दुनियाभर में मौत का तीसरा प्रमुख कारण है और साल 2019 में करीब 4 मिलियन (40 लाख) लोगों की इसके कारण मौत हो गई। बढ़ता वायु-प्रदूषण और धू्म्रपान की आदत को इन बीमारियों के लिए प्रमुख कारक माना जाता है। बच्चों को भी इस गंभीर समस्या का शिकार पाया जा रहा है।

लंबे समय से खांसी बने रहना
अगर आपको आठ सप्ताह या उससे ज्यादा समय से खांसी है तो इसे क्रोनिक कफ (Chronic Cough) की दिक्कत माना जाता है। यह एक महत्वपूर्ण शुरुआती लक्षण है, जो बताती है कि आपके श्वसन तंत्र में कुछ गड़बड़ है। अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) हो या टीबी जैसी गंभीर श्वसन समस्या, इन सभी में खांसी होते रहना प्रमुख लक्षण रहा है। इसमें डॉक्टरी सलाह जरूरी है।
इसके अलावा यदि आपको खांसी के साथ खून आने की दिक्कत हो रही है तो इसे भी गंभीर स्वास्थ्य संकेत माना जाता है, जिसमें आपातकालीन चिकित्सा प्राप्त करना आवश्यक हो जाता है। ऐसे लक्षणों को अनदेखा न करें।
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बिना किसी मेहनत के सांस फूलना
व्यायाम करने के बाद लंबे समय तक वॉक करने या किसी मेहनत का काम करने के बाद सांस फूलना सामान्य है। हालांकि, बहुत कम या बिना किसी मेहनत के सांस फूलना फेफड़ों की कार्यक्षमता में कमी का संकेत हो सकता है। इसके साथ आपको सांस लेने में तकलीफ या कठिनाई महसूस हो सकती है। इस तरह की दिक्कतें गंभीर श्वसन बीमारियों का संकेत मानी जाती हैं, जिन पर तुरंत ध्यान दिया जाना जरूरी हो जाता है।

बलगम बनना और घरघराहट होना
बलगम यानी कफ संक्रमण या जलन के खिलाफ बचाव के रूप में वायुमार्ग द्वारा निर्मित सुरक्षाकवच है। यदि आपको कुछ दिनों से बहुत अधिक बलगम आ रहा है तो ये स्पष्ट संकेत है कि फेफड़ों या श्वसनमार्ग में कोई संक्रमण हो सकता है। संक्रमण के लक्षणों को अनदेखा करने से इसके फैलने का खतरा रहता है, इसलिए एक हफ्ते से अधिक बलगम-खांसी की दिक्कतों पर गंभीरता से ध्यान दिया जाना जरूरी है।
इसके अलावा सांस लेने के दौरान अगर फेफड़ों से घरघराहट की आवाज आती है तो ये संकेत हो सकता है कि कुछ असामान्य आपके फेफड़ों के वायुमार्ग को अवरुद्ध कर रहा है। समय रहते इस तरह के लक्षणों पर ध्यान दिया जाना चाहिए।