देशभर में इन दिनों कई राज्य मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप झेल रहे हैं। हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि इस साल मानसून का असर ज्यादा रहने की वजह से बाढ़, जलजमाव जैसी स्थिति भी ज्यादा देखी गई है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। जुलाई और अगस्त के महीने में कर्नाटक और असम में डेंगू के कारण बीते कई सालों के रिकॉर्ड टूट गए। राजधानी दिल्ली-एनसीआर में भी मच्छरों से होने वाली बीमारियों के केस पिछले कुछ हफ्तों में बढ़े हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी लोगों को मच्छरों के काटने से बचने की कोशिश करते रहने की सलाह दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डेंगू के साथ-साथ मलेरिया के रोगियों की संख्या भी ज्यादा देखी जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) द्वारा शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, अकेले शुक्रवार को ही लखनऊ में डेंगू के 39 और मलेरिया के तीन नए मामले सामने आए। इसके साथ अब शहर में मच्छर जनित बीमारियों का आंकड़ा 837 पहुंच गया है। इसमें डेंगू के 429 और मलेरिया के 408 मामले हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ की राय
दिल्ली के एक प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर अरविंद कुमार बताते हैं कि डेंगू हो या मलेरिया इसका खतरा सभी उम्र के लोगों को होता है। बच्चों में डेंगू के गंभीर रूप लेने का जोखिम अधिक देखा जाता है। डेंगू की गंभीर स्थिति में प्लेटलेट्स काउंट कम होने और आंतरिक रक्तस्राव का खतरा रहता है जिसके जानलेवा दुष्प्रभाव हो सकते हैं। वहीं मलेरिया के कारण भी स्वास्थ्य पर गंभीर असर हो सकता है। डेंगू और मलेरिया के शुरुआती लक्षण लगभग एक जैसे होते हैं, ऐसे में इसमें अतंर कर पाना कठिन हो सकता है।
डेंगू के लक्षण (Symptoms of Dengue)
डेंगू की स्थिति में अचानक तेज बुखार आने के साथ सिर दर्द, आंखों में जलन, भूख न लगने की समस्या, मसूड़ों से खून आने और त्वचा पर चकत्ते-दाने निकलने की दिक्कत हो सकती है।
गंभीर स्थितियों में डेंगू के कारण ब्लड प्लेटलेस्टस काउंट कम होने लग जाता है।
प्लेटलेट्स खून का थक्का बनाने में मदद करते हैं, ऐसे में इसकी कमी हो जाने के कारण रक्तस्राव होने लगता है, जिसके कारण स्थिति बिगड़ सकती है।

मलेरिया के लक्षण (Symptoms of Malaria)
मलेरिया भी मच्छरों के काटने से होने वाला बुखार है, जिसमें ज्यादातर लक्षण डेंगू के जैसे ही होते हैं।
मलेरिया के कारण बुखार के साथ ठंड लगने, उल्टी, सूखी खांसी, पसीना आने और बेहोशी की समस्या होने का खतरा रहता है।
गंभीर स्थितियों में मलेरिया के कारण चेतना में कमी, सांस लेने में कठिनाई, गहरे रंग का या पेशाब से खून आने की समस्या हो सकती है।
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डेंगू और मलेरिया में अंतर (Difference between Dengue and Malaria)
स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार, मलेरिया में शाम को बुखार बढ़ने के साथ कमजोरी और ठंड लगने की दिक्कत हो सकती है, जबकि डेंगू में तेज बुखार के साथ जोड़ों, मांसपेशियों में दर्द और सिर दर्द के साथ त्वचा पर चकत्ते और दाने होने लगते हैं। इन लक्षणों के साथ आप बीमारी में आसानी से अंतर कर सकते हैं। हालांकि, बीमारी की पुष्टि के लिए डॉक्टर के सलाह पर ब्लड टेस्ट जरूर कराएं। इन दोनों बीमारियों का समय पर इलाज प्राप्त करना बहुत जरूरी है।