Constipation in Kids: कब्ज हर किसी को परेशान कर देती है। बच्चों को भी कभी-कभी कब्ज हो जाती है जिसकी वजह से उन्हें काफी परेशानी होती है। कहते हैं कि कब्ज सौ बीमारियों की जड़ है इसलिए इसका इलाज करना जरूरी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि बच्चों को फाइबर और फ्लूइड्स के साथ कुछ खास फूड्स को खिलाने की सलाह दी जाती है। इससे कब्ज के लक्षणों में सुधार आता है और कब्ज का खतरा भी कम हो जाता है। आइये आपको बताते हैं बच्चों को कब्ज होने पर क्या खिलाना सही है।
सोरबिटोल युक्त फ्रूट्स है फायदेमंद | Constipation in Kids
इसमें प्लम, पीच और प्रून शामिल हैं। इन फलों में प्राकृतिक रूप से सोरबिटोल होता है जो कि एक नैचुरल रेचक की तरह काम करता है। इससे कब्ज से काफी आराम मिल सकता है। आप बच्चे के प्लम की जैम बना सकते हैं या उसे इन फलों को मैश कर के भी खिला सकते हैं।

कब्ज ठीक करने का रामबाण नुस्खा है कीवी | Constipation in Kids
कीवी को कब्ज ठीक करने का रामबाण नुस्खा माना जाता है। डॉक्टर का कहना है कि कई अध्ययनों में सामने आया है कि फाइबर, फ्लूइड और एक्टिनिडेन नाम के एंजाइम से कब्ज को रोकने में मदद मिलती है। यह एंजाइम प्रोटीन को तोड़ता है और पाचन को बढ़ावा देता है। आप अपने बच्चे को कीवी मैश कर के दे सकते हैं या फिर इसे छीलकर सीधा खिला सकते हैं।

टमाटर भी कब्ज को ठीक करने में कारगर | Constipation in Kids
आपको जानकर हैरानी होगी कि टमाटर भी कब्ज को ठीक करने में कारगर है। गैर-स्टार्च वाली सब्जियां कब्ज के जोखिम को कम कर सकती हैं। आप बच्चे को टमाटर कई तरह से दे सकते हैं जैसे कि इसका जूस या सूप बना सकते हैं या बच्चे को सलाद में टमाटर दे सकते हैं।

बच्चों में कब्ज दूर करने के तरीके | Constipation in Kids
शिशु को कब्ज होने पर उसकी हल्के हाथों से पेट की मालिश करें और पैरों को साइकिल की तरह चलाएं। इसके अलावा बड़े बच्चों में प्रून, सेब और नाशपाती दे सकते हैं। ये नेचुरल रेचक की तरह काम करते हैं। इनमें सोरबिटोल होता है जो मल को पतला कर के पेट को साफ कर देता है। एक साल से अधिक उम्र के बच्चे को पानी पिला सकते हैं। शरीर को हाइड्रेट रखने से पेट साफ रहता है। पर्याप्त पानी पीने से कब्ज से बचाव होता है। वहीं डेयरी उत्पादों के अधिक सेवन के कारण भी कब्ज हो सकती है। चीज, गाय के दूध से कब्ज होने का खतरा रहता है।
