हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस स्वास्थ्य से जुड़ी असमानताओं को दूर करने, स्वास्थ्य शिक्षा एवं जागरूकता फैलाने और स्वास्थ्य क्षेत्र में जरूरी बदलावों के लिए सरकारों, स्वास्थ्य पेशेवरों, गैर-सरकारी संगठनों और आम लोगों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
साल 2024 के लिए विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम “मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार” है, जो हर जगह, प्रत्येक व्यक्ति के लिए जरुरी स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा और जागरूकता के साथ सुरक्षित पेयजल, स्वच्छ हवा, संतुलित आहार की उपलब्धता, गुणवत्तापूर्ण आवास, तनाव मुक्त कामकाज, संतुलित पर्यावरणीय स्थिति और भेदभाव से मुक्ति के मौलिक मानव अधिकार को बढ़ावा देता है।
स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के लिए इन लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी
धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, दिल्ली के डॉ. गौरव जैन, सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन के अनुसार चाहे हृदय संबंधित समस्या हो, किडनी से संबंधित समस्या या फिर अन्य प्रकार की समस्याएं जब आपको इसके लक्षण दिखाई दें तो आपको लापरवाही नहीं करनी चाहिए। जैसे आपको छाती में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, अनियमित दिल की धड़कनें, बेहोशी या निकट बेहोशी, मतली आना, उल्टी आना, हमेशा कमजोरी महसूस होना, बुखार महसूस होना, थकान, लंबे समय तक पेटदर्द, खाने का मन न करना, डायरिया, पीला पेशाब सांसों से दुर्गध आना व अन्य किसी भी प्रकार के लक्षण महसूस हो तो उसमें लापरवाही नहीं करनी चाहिए, तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर जांच करानी चाहिए और इसीलिए विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर लोगों को जागरूक किया जाता है जिससे वे इन बीमारियों से बच सकें।
इलाज के साथ यह भी करें
नारायणा हॉस्पिटल, जयपुर के डॉ. बृज वल्लभ शर्मा, सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन के अनुसार जिस तरह पिछले कुछ सालों में कोरोना जैसी महामारी ने पूरी दुनिया के लोगों को अपनी चपेट से प्रभावित किया और करोड़ों लोगों ने अपनी जान गवाई, इसलिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि बिना रुकावट के साथ हर इंसान सभी स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज सुलभता के साथ पा सके। फिर चाहे वो कोरोना हो, कैंसर हो, टीबी हो या फिर एड्स जैसी कोई अन्य घातक बीमारी। हर बीमारी से लड़ने के लिए प्रत्येक इंसान के पास पर्याप्त इलाज सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए।
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विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर आप भी अपनी स्वास्थ्य को बेहतर रखने का प्रण लें। प्रतिदिन अपनी स्वास्थ्य से जुड़ी कोई एक एक्टिविटी जरूर करें इसके लिए आप फिजिकल एक्सरसाइज या योग को अपने जीवन का अहम हिस्सा बनाएं। अपनी अनियमित दिनचर्या को सुधारने पर फोकस करें, दैनिक जीवन के तनाव को कम करने का प्रयास करें और एक संतुलित डाइट को प्राथमिकता दें, बीमारी से पहले रोकथाम की मानसिकता को अपनाएं जिससे भविष्य में गंभीर रोगों का खतरा उभरे ही ना। अपने साथ अपने परिवार और आसपास के लोगों में भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करें, उन्हें नई स्वास्थ्य चुनौतियां, बीमारियों, नए टीकों और नई इलाज की तकनीक आदि की जानकारी दें।
सही समय पर जांच व इलाज जरूरी
नारायणा हॉस्पिटल गुरुग्राम के डॉ. पंकज वर्मा, सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन के अनुसार हम सभी जानते हैं कि इस समय पूरे विश्व में विभिन्न प्रकार की बीमारियां और कई तरह की स्वास्थ्य चुनौतियां तेजी से बढ़ रही है, जिन्हें नकारा नहीं जा सकता। अगर भारत की बात की जाए तो हर साल भारत में लगभग 65% लोग गैर-संचारी रोग (एनसीडी) जैसे हाई ब्लड प्रेशर, कैंसर, हृदय रोग और डायबिटीज से अपनी जान गवां देते हैं।
वहीं दूसरी ओर पिछले कुछ समय से लोगों में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी तेजी से बढ़ी हैं। लोग उनके लक्षणों को लेकर अनसुना कर देते हैं और जांच करवाने में भी देर करने से उन्हें सही इलाज नहीं मिल पाता। इसलिए आम लोगों में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता फैलाना और उन्हें संपूर्ण स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से विश्व स्वास्थ्य दिवस काफी महत्व रखता है। ये दिन आपको एक स्वस्थ लाइफस्टाइल जीने के लिए प्रेरित करता है जिससे आप बीमारियों से मुक्त रहेंगे, भावनात्मक रूप से स्थिर रहेंगे और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे